दरभंगा। अपर सत्र न्यायधीश सह सचिव विधिक सेवा प्राधिक्रम जावेद आलम ने कहा है कि कानूनी जानकारी के अभाव में हमारा समाज ना केवल आर्थिक बोझ तले दबता जा रहा है बल्कि आपसी कटुता भी बढ़ती जा रही है। जबकि कानूनी प्रावधान के तहत वैकल्पिक साधन भी उपलब्ध है। जिसके आधार पर आपसी विवादों का निबटारा कर बहुत सी उलझनों से बचा जा सकता है। विधिक सेवा प्राधिकरण ने इसी उद्देश से आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के तहत स्कूली बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को कानूनी रूप से जागरूक करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को सैदनगर स्थित माउंट समर स्कूल में आयोजित विधिक जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए उन्होंने उक्त बातें कहीं । उन्होंने कहा कि समाज के वंचित तबके, बच्चे, दिव्यांग और शोषितों को न्याय दिलाने का लिए कई प्रावधान उपलब्ध हैं। लेकिन, जानकारी और जागरूकता के अभाव में हम इसका लाभ नहीं ले पा रहें। कानूनी साक्षरता और लोक अदालतों का आयोजन कर हम समाज को इसका लाभ दिला सकते हैं। इसके तहत अनुसूचित जाति, मानव तस्करी से पीड़ित जन, बेगाड़ी से पीड़ित कमजोर लोग, औद्योगिक कामगार आदि तबके के लोग निश्शुल्क कानूनी सहायता का लाभ ले सकते हैं। स्कूल के बच्चों ने उनसे कई प्रश्न भी पूछे जिसका उन्होंने बड़ी सजता और सरलता से उत्तर दिया। इस अवसर पर मध्याह्न भोजन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डा. संजय कुमार देव कन्हैया ने बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि पास्को और घरेलू हिसा का समाधान भी इसके माध्यम से किया जा सकता है। स्कूल के प्राचार्य अश्विनी कुमार और निदेशक अवधेश कुमार चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया ।
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