न जाने किस घड़ी में 2 अक्टूबर 2021 की रात वो क्रूज शिप मुंबई से गोवा की बदनाम यात्रा पर आधी रात के वक्त निकला होगा. जिसकी वो मनहूस यात्रा तो पूरी हुई नहीं. क्रूज शिप की उस यात्रा ने बदनामी का दंश झेला सो अलग. उस रंगीन से ‘रंगहीन’ बनी मनहूस रात में शुरू हुई गोवा की उस यात्रा पर ऐसा पानी फिरेगा भला किसने सोचा होगा. समुंदर के अथाह गहरे पानी में हिचकोले खाते हुए मंजिल की ओर दौड़ते उस क्रूज शिप की यात्रा में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ‘ब्रेक’ मारने वाला है. छापा पड़ने तक किसी ने सपने में नहीं सोचा होगा.
‘ब्रेक’ का झटका भी इस कदर का तगड़ा कि दुनिया-जहान और विशेषकर बॉलीवुड के तमाम चमकते सितारों की नींद से बोझिल आंखे इस कदर खुली की खुली रह जाएंगी. इसकी भी किसी ने कल्पना नहीं की थी. पानी के उस जहाज (शाहरुख खान कुनबे के नजरिए से मनहूस जहाज भी कह सकते हैं) में मौजूद करीब आठ सौ लोगों की बेइंतहाई भीड़ में. बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) का रसूखदार बेटा आर्यन खान (Aryan Khan) ड्रग कांड में घिर जाएगा. रेड से पहले तक ऐसा सोचना भी किसी बड़े गुनाह से कम नहीं होता.
स्टार पुत्र के चलते मिली मामले को बदनामी
बात यह भी सही है कि उस काली रात में अगर क्रूज शिप की यात्रा में स्टार पुत्र आर्यन खान न घिरे होते. तो शायद वो मामला अब तक जमाने में उसके बाद सामने आई हजारों खबरों की दुनिया के भीतर ज़मींदोज हो चुका होता. अब इसे चाहे कुछ भी कह लो. इत्तिफाक या साजिश या फिर वक्त की दरकार या समय का फेर. उस जहाज पर सवार करीब 8 सौ लोगों की भीड़ में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अनुभवी और मंझे हुए अफसरों की तेज नजरों ने रात के अंधेरे में भी ताड़ा भी तो सीधे-सीधे और सबसे पहले आर्यन खान, पुत्र शाहरुख खान, निवासी मन्नत, मुंबई को. तमाम के जेहन में यह सवाल भी आ सकता है कि, एनसीबी अफसरों की आंखें सिर्फ आर्यन खान से ही क्यों टकराईं?
हर हवाई ख्याल धराशाही होता गया
यहां तस्वीर का दूसरा पहलू यह भी है कि आर्यन खान के साथ या फिर उसकी गिरफ्तारी के बाद बाकी अन्य जो भी उस ड्रग कांड में गिरफ्तार हुए. उनकी औकात तो स्टार पुत्र आर्यन खाने के सामने शतरंज के किसी ‘प्यादे’ या ‘मोहरे’ से ज्यादा नहीं रही. आर्यन खान जब गिरफ्तार हुआ तो पहले दिन ही कयास लगाए जाने लगे थे कि, उसका बाल भी बांका कोई नहीं कर सकेगा. वो बॉलीवुड की ‘जान और जिंदगी’ सी समझे जानी वाली शख्शियत शाहरुख खान से सुपर स्टार का पुत्र जो ठहरा. गिरफ्तारी हो गई सो हो गई. गिरफ्तारी होनी थी सो हो गई. गिरफ्तारी वाली रात से ही कयास लगाए जाने लगे कि, स्टार पुत्र पॉवरफुल पापा-मम्मी का “लड़ैता” है. भला उसका कोई क्या बिगाड़ लेगा? आज पकड़ा गया है. कल छूट जाएगा. बस उसके अदालत में पेश होने भर की देर है.
जितने मुंह उससे ज्यादा वाहियात बातें
इस देश में बहुतायत में खाली हाल बैठे ठलुएनुमा भविष्यवेत्ताओं ने अपनी-अपनी समझ के मुताबिक घोषणाएं अलापनी शुरू कर दीं. भले ही उनका आर्यन खान, शाहरुख गौरी खान कुनबे से दूर-दूर तक कोई लेना-देना न रहा हो. इनमें बेसुरा और बे-सिर-पैर का राग अलापने वाले तमाम तमाशबीन तो ऐसे भी शामिल रहे होंगे जिन्होंने शायद अपनी अब तक की जिंदगी में कभी मुंबई का सफर तक न किया होगा. फिर भी भला घर बैठे किसी दूसरे पर ज्ञान बघारने में भला कौन सी रकम जेब से खर्च हो रही है. घरों में मौजूद इन कथित ज्ञानियों के हवा-हवाई ज्ञान से ओतप्रोत प्रतिक्रयाओं और ऊल-जलूल कयासों की भीड़, मुसीबत में बुरी तरह घिर चुके खान खानदान (शाहरुख खान-गौरी खान) के पीछे हाथ धोकर लग गई.
मसलन,”कल (गिरफ्तारी के अगले ही दिन यानी कोर्ट में पहली पेशी होते ही) शाहरुख खाने के बेटे आर्यन खान को कोर्ट से जमानत मिल जाएगी.” “शाहरुख खान को भला हिंदुस्तान में किस चीज या बात की कमी है. बड़ा सुपर स्टार है. पॉवर-पैसे की भरमार है. जमाना उसकी जेब में है. क्या हुआ ड्रग कांड में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उसके बेटे आर्यन खान को अगर धर भी लिया. आज पकड़ा है कल पापा-मम्मी कोर्ट से बा-इज्जत छुड़ा लाएंगे. दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रिया चक्रवर्ती, कॉमेडियन भारती सिंह और उसका पति, अर्जुन रामपाल, रकुल प्रीत सिंह, श्रद्धा कपूर आदि भी तो महीनों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के फेर में फंसकर इधर-उधर घूमते रहे थे.
आज उनका कोई नाम लेने वाला है क्या? कुछ दिन शोर-शराबा मचा. बाद में वे चर्चाओं, चर्चाओं की ही भीड़ कहिए या फिर “चिल्ल-पों” में ज़मींदोज हो गईं. रिया चक्रवर्ती तो जेल भी काट आईं. अब सब अपनी अपनी जिंदगी में आनंद से हैं. किसी का जिंदगी भर को क्या बिगाड़ लिया किसी ने? यह सब लाइम लाइट में रहने वाले बड़े लोगों की बड़ी बातें जो होती हैं. आज इन पर शोर-शराबा मचता है. क्योंकि वे हमसे-आपसे काफी दूर और ‘सेलिब्रेटी’ जो हैं. इनके माथे कोई भी आरोप लगता रहे. कुछ दिन हो-हल्ला मचने के बाद शोर शांत और सेलिब्रेटी अपनी चकाचौंध वाली दुनिया में फिर खो-रम-बस जाते हैं.
बे-सिर पैर की बातें और सवाल
सच पूछिए तो आर्यन खान को पहली पेशी पर जमानत देनी है. आर्यन खान को जेल भेजा जाना है. इन जैसे मजबूत सवालों के जबाव तो तब तक (2-3 अक्टूबर 2021 तक) उस जज के पास भी नहीं रहे होंगे, जिस जज की अदालत में आर्यन खान और उसके साथ गिरफ्तार बाकी अन्य मुलजिमों को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा पेश किया जाना होगा. वजह वही कि जब कोर्ट ने जांच एजेंसी से हासिल केस या मुकदमे के दस्तावेज देखे ही नहीं. मुलजिम और एजेंसी यानी दोनो पक्ष सुने ही नहीं. तो उससे पहले पहले जज या कोर्ट भी घर में बैठकर सिर्फ मीडिया में दिखाई जा रही खबरों के आधार पर क्या धारणा बना सकते?
इन सबसे ऊपर जाकर लेकिन जमाने में धमाचौकड़ी मचा रहे आमजन या फिर बॉलीवुड की दुनिया में शाहरुख खान के विरोधी कुछ जनसमुदाय ने- जज, कोर्ट, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो सबको एक कोने में खड़ा कर के अपनी बे-सिर पैर का ज्ञान बघारने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी. निठल्ले बैठे ऐसे तमाम “बांक-बहादुरों” ने तो मुलजिमों के कोर्ट में पेश किए जाने से पहले ही खुद का फैसला जमाने को सुना डाला. भले ही अपनी जिंदगी में उन्होंने कभी कोर्ट, कचहरी, थाने-चौकी, कानून का मुंह भी न देखा हो. पासा तो तब पलट गया जब इन सब की वाहियात बयानबाजी के बीच ही. मुंबई की निचली अदालत के जज ने पहली पेशी में ही स्टार पुत्र आर्यन खान सहित बाकी तमाम मुलजिमों को जेल की चार-दिवारी के अंदर भेज दिया.
वो जेल में बंद हो गया, बोलने वाले नहीं रुके
तमाम बे-सिर पैर के जन-कयासों को पीछे धकेलते हुए आर्यन खान जब जेल पहुंचा दिए गए. घरों में बैठकर बाहियाद ज्ञान बांचने वाले मगर, तभी भी बाज नहीं आए. आर्यन खान के जेल जाते ही देश में मौजूद ऐसे ठलुए और ऊट-पटांग बयानबाजी करने वालों ने अलापने के लिए दूसरा राग तलाश लिया. इस राग के निशाने पर भी शाहरुख खान और उनके पुत्र आर्यन खान ही रहे. आर्यन खान को निचली अदालत द्वारा जेल में डाले जाते ही इन स्व-मूर्धन्य कहिए या फिर कथित ज्ञानियों ने अब उसकी (आर्यन खान) अगले ही दिन जमानत हो जाने की भविष्यवाणियां बांचनी शुरू कर दीं. कहने-गाने लगे कि आर्यन खान के एक रात के लिए जेल जाने से भला उस पर क्या फर्क पड़ेगा? देख लेना दूसरी पेशी पर ही उसे कोर्ट से उसके महंगे वकील जमानत दिलवा कर जेल से बाहर निकाल लाएंगे.
बेकसूर होकर भी पापा ने देखी असली जेल!
हालांकि तस्वीर का दूसरा रुख कहिए फिर आर्यन खान की ड्रग कांड की सच्चाई. उसे जमानत मिलने में 23-24 दिन तक कोर्ट-कचहरी, आर्थर रोड जेल के बीच आमजन की मानिंद धक्के खाने पड़ गए. जो लोग उसके पहली पेशी पर ही कोर्ट से उसकी जमानत का दावा कर रहे थे. उसी आर्यन खान के पॉवरफुल पापा सुपर स्टार शाहरुख खान को जेल की सलाखों से ‘लाल’ को बाहर निकाल कर लाने में पसीना आ गया. बेटा ही क्यों? बेटे के चक्कर में सुपरस्टार पापा (शाहरुख) तक ने वो आर्थर रोड जेल अंदर से देख ली. जब वे बेटे से जेल के अंदर “मिलाई” करने पहुंचे. जिस जेल को उन्होंने आज तक अपनी पूरी उम्र में कभी अंदर से जाकर नहीं देखा होगा. हां, यह बात अलग है कि फिल्मों की शूटिंग के दौरान उन्होंने भले ही इस किस्म की जेलें देखी होंगी. वो जेलें फिल्मी होती हैं. जो देखने में सुंदर लगती हैं. असली जेल के दर्शन या दीदार ने तो खान खानदान को कहीं का नहीं छोड़ा है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को हल्के में न लें
अब यानी 28 अक्टूबर 2021 को मुंबई हाईकोर्ट ने आर्यन खान की जमानत अर्जी मंजूर कर ली. अमूमन होता ऐसा है कि जिस दिन कोर्ट से मुलजिम की जमानत मंजूर होती है. उसी शाम या रात को उसे जेल की सलाखों से रिहा कर दिया जाता है. आर्यन खान की किस्मत कमजोर ही साबित हुई. भले ही उसे कोर्ट ने तो 28 अक्टूबर को जमानत दे दी. इसके बाद भी मगर वो उस तारीख वाली रात भी मुंबई की ऑर्थर जेल की सलाखों से बाहर नहीं लाया जा सका. एक अदद मामूली से कानूनी पेंच के चलते. स्टार पुत्र आर्यन को गिरफ्तार किए जाने की खबर जमाने के लिए जितनी सनसनीखेज या हैरान कर देने वाली थी. उससे ज्यादा बड़ी खबर आर्यन को जेल में ठूंस दिए जाने की निकल कर सामने आई.
और इससे भी ज्यादा अगर इस मामले में कुछ पेचीदा देखने में आया तो जेल से आर्यन खान की रिहाई के लिए किए गए भागरथी प्रयास.वे प्रयास जिनके तहत सुपर स्टार धनाढ्य मां-बाप ने बेटे की जेल की सलाखों से जल्दी से जल्दी और हर हाल में रिहाई के लिए शायद की कोई कोर-कसर बाकी छोड़ी हो. मुंबई का छोड़िए देश का हर नामचीन वकील बेटे को जेल से बाहर कराने की जुगत में शाहरुख खान ने उतार दिया. जो एक पिता का पुत्र के साथ मुसीबत के इस दौर में फर्ज भी बनता था. यहां तक कि हिंदुस्तान के पूर्व सॉलीटर जनरल जैसे जाने माने और मंहगे वकील तक को. ड्रग कांड में गिरफ्तार स्टार पुत्र की जेल से रिहाई के वास्ते पापा शाहरुख खान ने कोर्ट में ले जाकर खड़ा कर दिया.
सुशांत की मौत से आर्यन की गिरफ्तारी तक
आर्यन खान ड्रग कांड (Aryan Khan Drug Case) मामले की सुनवाई कर रही अदालत में हर तारीख पर, जांच एजेंसी, मामले के पहरोकार-पक्ष (पक्ष-विपक्ष के पैरोकार, मुलजिम-मुवक्किलों के वकील), मुलजिमों, गवाहों और केस की सुनवाई को आंखों से देखने और कानों से सुनने वालों की भीड़ जुटा करती थी. भले ही इस मामले में गिरफ्तार किसी और मुलजिम के लिए कायदे के दो वकील भी नसीब न हुए हों. मगर एक अदद सुपर स्टार ‘लाल’ आर्यन खान पुत्र शाहरुख खान-गौरी खान के लिए देश के पूर्व सॉलीसीटर जनरल कोर्ट में अपनी हाजिरी लगाना भी अपने आप में कभी न भूलने वाली घटना तो है ही.
आखिर यह सब और इतना मजबूत कानूनी शिकंजा या जाल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का ही तो बुना हुआ है. जिसके मजबूत कानूनी जाल को काट फेंककर जेल में बंद आर्यन खान को छुड़ाने में स्टार पापा को पसीना आ गया. कमोबेश आर्यन ड्रग कांड से पहले अगर देश के सबसे चर्चित मामले पर नजर डाली जाए तो, सुशांत सिंह की संदिग्ध मौत के बाद भी घर बैठी जनता-जनार्दन ने कुछ इसी तरह की बानगियां पेश की थीं. हिंदुस्तानी जनमानस के एक धड़े ने बे-सिर-पैर के तमाम तमाशे जमाने में बेहिचक परोसे थे. आज वही सुशांत सिंह केस देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई की फाइलों में ज़मींदोज हुआ पड़ा किस कोने में धूल फांक रहा होगा? शायद ही किसी को मालूम हो. एक अदद सीबीआई के सिवाए.
मंत्रीजी बिना बुलाए ही अखाड़े में कूद पड़े
पूरे कांड में ट्विस्ट तो तब आया जब महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर नवाब मलिक ने खुद ही इस दंगल में बिना किसी के बुलाए ही छलांग लगा दी. न जाने क्यों? महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने सीधे-सीधे आईआरएस अधिकारी समीर वानखेडे़ (Sameer Wankhede) के ऊपर ही जाल फेंक दिया. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई जोन में तैनात 42 साल के युवा अधिकारी समीर वानखेड़े इस वक्त देश के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जैसे ‘कोहरामी’ ब्यूरो में “सिंघम” की छवि बनाए बैठे हैं. आर्यन खान को ड्रग कांड में घेरकर इन्हीं समीर वानखेड़े ने दबोचा है. बॉलीवुड में सबसे ज्यादा थू-थू और बदनामी कराने वाले आर्यन ड्रग कांड का भांडाफोड़ करने वाले, समीर वानखेड़े पर आरोप लगा रहा है कि, उन्होंने 25 करोड़ की किसी ‘कथित-डील’ को अंजाम तक ले जाने की कोशिश की थी!
उस कोशिश की नाकामी का नतीजा है स्टार पुत्र आर्यन खान की ड्रग कांड में जेल-यात्रा.आरोपों में कितना दम है? यह साबित करना कानून और एजेंसियों, आरोप लगाने वाले कैबिनेट मंत्री नबाब मलिक की जिम्मेदारी है. इस मकड़जाल में चारों ओर से घिरे खड़े अकेले समीर वानखेडे़ की है. समीर वानखेडे़ का संक्षिप्त मगर यादगार इतिहास यह है कि, आज उन पर आरोप मढ़ रहे महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को कुछ समय पहले यही समीर वानखेडे़ ड्रग मामले में गिरफ्तार कर चुके हैं. यह वही समीर वानखेड़े हैं जिन्होंने अब से चंद महीने पहले सुशांत राजपूत कांड की जांच की आगे बढ़ी कड़ी में कई बॉलीवुड हस्तियों को लाइन में लगा दिया था. जिनका जिक्र मैं इस लेख मे मध्य में कर चुका हूं.
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