नई दिल्ली/डिजिटल टीम। नेहा शर्मा अभिनीत ज़ी5 की आगामी फिल्म 'आफत-ए-इश्क' अपनी पहली घोषणा के बाद से ही चर्चा में है। उत्साह के स्तर को कई पायदान ऊपर उठाते हुए, ज़ी5 द्वारा हाल ही में फिल्म का दिलचस्प ट्रेलर रिलीज़ किया गया है जिसे जनता द्वारा बेहद बेहद पसंद किया जा रहा है। इस फिल्म में नमित दास, दीपक डोबरियाल, अमित सियाल और इला अरुण जैसे कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है और इसका प्रीमियर 29 अक्टूबर को ज़ी5 पर होगा।
दीपक डोबरियाल ने अंधविश्वास और अलौकिक शक्तियों पर अपना विश्वास किया साझा करते हुए बताया,"हां। मैं अंधविश्वास और अलौकिक शक्तियों में विश्वास करता हूं। मैं उस तरह का व्यक्ति हूं जो दुनिया की हर चीज में विश्वास करता है चाहे वह विज्ञान, काला जादू, योग या मैडिटेशन से संबंधित कुछ हो। कुछ चीजें हैं जो मैंने अनुभव की हैं जिससे मुझे इन सभी एलिमेंट्स का एहसास हुआ है।
वही, अंधविश्वास गतिविधियों पर निर्देशक इंद्रजीत नट्टोजी ने अपने विचार साझा करते हुए बताया,"भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है जहां विज्ञान और अंधविश्वास साथ-साथ चलते हैं। जबकि हमने अंतरिक्ष में शक्तिशाली रॉकेट भेजे हैं, लेकिन हम तब भी चिंतित होते हैं जब कोई काली बिल्ली हमारे रास्ते काट लेती है। रत्नों से अपने भाग्य को बदलने की कोशिश से लेकर नींबू और मिर्च के साथ बुराई को दूर करने तक, हम विविध संस्कृतियों और परंपराओं वाले लोग हैं। हमारे देश के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि हम अंधविश्वासी बने रहते हैं, भले ही हम जानते हों कि कुछ नहीं होने वाला है।
यह हमारे प्लेसबो मानस का हिस्सा है। लेकिन इसके पीछे एक तर्क भी है। कई अंधविश्वास बेहतर जीवन पद्धतियों को सुविधाजनक बनाने के लिए पौराणिक भय पैदा करते हैं। उदाहरण के लिए, अंधेरे के बाद नाखून काटना सख्त मना है, जब तक आप अपने जीवन में किसी अप्रिय दुर्भाग्य को आमंत्रित नहीं करना चाहते। इस अंधविश्वास का शायद एक कारण है कि प्रकाश की अनुपस्थिति में, शार्प नेल कटर से खुद को चोट पहुंचाना आसान है। तो हाँ, मैं अंधविश्वासी हूँ और उनमें से कुछ का अनुसरण करने में भी मज़ा आता है। और कभी-कभी अपने नेक इरादे वाले बड़ों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए ऐसा करना पड़ता है।"
देखें 'आफत-ए-इश्क' 29 अक्टूबर 2021 से एक्सक्लूसिवली ज़ी5 पर!