रजनीकांत के लिए आज का दिन बेहद खास है. क्योंकि आज के दिन ही उनकी फिल्मी करियर को एक नया आयाम मिला है. आज साउथ मेगा स्टार बॉलीवुड की शान को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया है. तो उनके जीवन के कुछ किस्सो को हम आज साझा करेंगे जो हर किसी को जानना बेहद जरूरी है. दरअसल हमारे सुपरस्टार पहले एक कुली बस कंडक्टर का काम किया करते थे. बाद में एक सुपरस्टार बन कर उभरे उनका सफर सुनकर किसी की भी आंखे नम हो जाएंगी.
मां के निधन के बाद टूटा कुदरत का ऐसा कहर, रजनीकांत को करना पड़ा ये काम-
बता दें एक्टर का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनकी जिंदगी का सफर कभी आसान नहीं रहा शुरूआती दौर में उन्होंने कई सारी मुश्किलों का सामना किया. जब वो मात्र वो पांच साल के थे, तभी उनकी मां का निधन हो गया. मां के निधन के बाद घर का खर्च चलाना मुश्किल था. अपने घर खर्च को पूरा करने के लिए उन्होंने कुली का काम किया. जिसे सुनकर हर किसी को हैरानी हुई है. वहीं एक्टर बनने से पहले वो बस कंडक्टर हुआ करते थे. लेकिन अपनी मेहनत काबिलि के दम पर उन्होंने वो सब कुछ हासिल किया जिसे हासिल करना आसान नहीं था.
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आपको बता दें रजनीकांत ने तमिल फ़िल्म 'अपूर्वा रागनगाल' से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की. लेकिन उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत कन्नड़ नाटकों से की. 80 के दशक में आते आते वो एक ऐसा नाम बने जो हर किसी के लिए सिर्फ एक सपना होता है. अगर इन सब बातों से हटकर कुछ बात करे तो मेगा स्टार की शादी भी काफी दिलचस्प थी. उनको प्यार उसी लड़की से हो गया जो उनका इंटरव्यू ले रही थी. बाद में उन्होंने उसी लड़की से ही शादी भी की. हालांकि उसके लिए उन्हें काफी कोशिशे की लेकिन कहते हैं ना कोशिश करने वालों की हार नहीं होती वहीं हमारे मेगा स्टार के साथ हुआ.