Dadasaheb Phalke award: सुपरस्टार रजनीकांत को आज भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इससे उनके फैंस काफी खुश हैं। वे सोशल मीडिया पर लगातार उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। वहीं अपने पुरस्कार पाने की बात एक्टर ने खुद भी कल एक नोट के जरिए बताई थी। उन्होंने इस सम्मान के लिए खुशी जताई थीं। हालांकि इस खास पल में रजनीकांत के साथ उनके गुरु दिवंगत फिल्म निर्माता के. बालाचंदर के न होने पर वह मायूस नजर आए। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में उनके बारे में जिक्र भी किया।
साउथ के सुपरस्टार और बॉलीवुड मूवीज में भी अपना परचम लहरा चुके रजनीकांत को उनकी इस उपलब्धि पर उनके फैंस और सेलेब्स बधाइयां दे रहे हैं। समारोह का आयोजन नई दिल्ली में किया गया। इस 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में विजेताओं को ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू पुरस्कार प्रदान किया और शुभकामनाएं दीं। रजनीकांत अवार्ड समारोह में अपनी पत्नी लता और दामाद धनुष के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने सफेद कपड़े पहने।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार के अलावा, रजनीकांत ने चार बार तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार जीते हैं। उन्हें 2000 में प्रतिष्ठित पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था और 2016 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, रजनीकांत को गोवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 45 वें संस्करण में भारतीय फिल्म व्यक्तित्व के लिए शताब्दी पुरस्कार दिया गया था।
गुरु के साथ न होने पर हुए मायूस
हाल ही में एक इंटरव्यू में रजनीकांत ने बताया कि उन्हें अपने गुरु दिवंगत फिल्म निर्माता के. बालाचंदर की याद आती है। "मैं दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करके बेहद खुश हूं, जो भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान है। मगर मुझे दुख होता है कि केबी सर [बालाचंदर] हमारे साथ नहीं हैं।"
इन्हें भी मिला अवार्ड
अभिनेत्री कंगना रनौत को फिल्म 'मणिकर्णिका' और 'पंगा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा रजनीकांत के दामाद धनुष, विजय सेतुपति, मनोज वाजपेयी और नवीन नूली को भी अलग अलग अवार्ड से नवाजा गया।