Exclusive: न्यूज 24 पर 'धाकड़ छोरा' का धमाल, उत्तर कुमार ने साझा किए अपनी फिल्मों सहित जीवन के कुछ अनछुए पहलू

मुंबई। हरियाणवी और देहाती फिल्मों के 'अमिताभ' कहे जाने वाला 'धाकड़ छोरा' उत्तर कुमार (Uttar Kumar) आज किसी पहचान के मुहताज नहीं हैं। कोमा में पड़ी हरियाणवी इंडस्ट्री (Haryanvi Industry) को ऑक्सीजन देने वाले इस दिग्गज की पहुंच ना सिर्फ देहाती बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री तक हो गई है। हाल ही में उत्तर कुमार न्यूज 24 के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आएं। जहां इस डाउन टू अर्थ एक्टर ने खुद के प्रोफेशनल लाइफ और काम से जुड़ी चीजों पर अपनी राय रखी। साथ ही अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स का खुलासा करते हुए फैंस का बज हाई करते देखे गएं। आइए जानते हैं, हरियाणवी फिल्मों के सेंसेशन उत्तर कुमार से जुड़ी कुछ अहम बातें-

सवाल- हाल ही में आपको डायरेक्टर केके राणा ने जनक की उपाधि दी है, इसपर आप क्या कहेंगे?
जवाब- वो उनका प्यार है। उनके इस प्यार का मैं आभारी हूं, और इस उपाधि को पाकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं।
सवाल- फिल्मों में गाड़ी, हंटर और चकाचौंध से दूर आपके दिमाग में 'भैंस बुग्गी' का ख्याल कहां से आया?
जवाब- मैं जब भी फिल्में देखता था तो मुझे उन्हें देखकर लगता था कि असल जिंदगी में ये चीजें नहीं होतीं, तो इन्हें दिखाने का क्या फायदा। मैं फिल्मों की कहानियों को रियल रखना चाहता हूं। इसलिए मैं अपने परिवेश की छवि को अपनी फिल्मों में उतारता हूं। नया और अलग करने की कोशिश मुझे प्रेरित करती रही है।
सवाल- 4.5 लाख के बजट में बनी फिल्म 'धाकड़ छोरा' 8.5 करोड़ का कारोबार करती है। क्या आपने ऐसा सोचा था?
जवाब- मेरी हमेशा से यही सोच रही है, कि मेरे प्रोजेक्ट को ज्यादा से ज्यादा लोग पसंद करें। पैसा आना ना आना मेरे लिए बाद की चीज है। मैं अपनी फिल्मों के जरिए अपने परिवेश को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करता हूं।
सवाल- 'धाकड़ छोरा' को बेशुमार प्यार देने वाले फैंस को क्या कहेंगे?
जवाब- मैं अपने दर्शकों का कर्ज कभी उतार नहीं सकता। मैं सभी दर्शकों का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं। साथ ही उस समय जिन लोगों ने मेरा सहयोग किया उनका भी दिल से शुक्रिया।
सवाल- 'धाकड़ छोरा' की कहानी किससे प्रेरित है?
जवाब- 'धाकड़ छोरा' की कहानी मेरे एक दोस्त से प्रेरित हैं, जो आज के समय में दुनिया में नहीं हैं। वो दो बार मेरे जीवन में आए हैं, और दोनों ही बार मेरी जिंदगी में बड़े परिवर्तन हुए हैं। धाकड़ छोरा में उन्हीं का किरदार निभाकर आज मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं।
सवाल- कोमा में पड़ी हरियाणवी इंडस्ट्री को ऊपर उठाने का ख्याल कैसे आया?
जवाब- मैं जब बॉम्बे गया था। वहां की कॉम्पिटिशन भरी जिंदगी में मैं खुद को छोटा महसूस करता था। इंटरव्यू से पहले मुझे झिझक होती थी। ये सब देख मुझे ये लगा कि मुझे अपनी इंडस्ट्री को सबसे पहले ऊपर उठाने की जरूरत है।
सवाल- गाजियाबाद के छोटे से गांव भैट्टा से आकर ये कारनामा करना, कितनी बड़ी बात है?
जवाब- मैं यही कहूंगा कि आप सपने सजाएं और उसपर पूरी लगन के साथ काम करें। पूरे समय उसे अपने दिमाग में रखें। मेरा ये सपना था और कड़ी मेहनत और दिलचस्पी की वजह से ही मैं अपने सपने को पूरा कर पाया हूं।
सवाल- तो अब आपको कहां-कहां से ऑफर आ रहे हैं?
जवाब- हाल ही में मुझे नेटफ्लिक्स की एक सीरीज का ऑफर आया है। इस फिल्म में रणदीप हुड्डा के बॉस का रोल निभाना था। जो कि विलन होता है, लेकिन मैंने इस प्रोजेक्ट को ना कह दिया क्योंकि मैं अपने दर्शकों को विलन का किरदार दिखाकर डिमोटिवेट नहीं करना चाहता।
सवाल- अगर आप बॉलीवुड की किसी हीरोइन को लेकर हरियाणवी फिल्म बनाना चाहें तो वो कौन होंगी?
जवाब- माधुरी दीक्षित क्योंकि वो आज भी मुझे सबसे बेहतरीन अदाकारा लगती हैं।
सवाल- अपनी लाइफ से जुड़ा कोई ऐसा किस्सा बताइए जो आपके फैंस को ना पता हो?
जवाब- मैं शूटिंग सेट पर भी ऐसे ही रहता हूं। मेरी पहली फिल्म का वाक्या है, जब जनरेटर खराब होने पर मैं ही उसे धक्का देने पहुंच गया। बाद में डायरेक्टर सबको बताते फिर रहे थें कि ये फिल्म का हीरो है। ये जान सब काफी हंसे थे।
सवाल- आपके स्ट्रगल में आपको सबसे ज्यादा सहयोग किसने किया?
जवाब- मेरी मां काफी सपोर्टिव रही हैं। इसके साथ ही मेरे दोस्तों का मेरे सक्सेस में बहुत बड़ा हाथ रहा है।
सवाल- आपके गाने 'राजी बोलजा' ने 300 मिलियन व्यूज का आंकड़ा पार कर लिया है इसपर आपका क्या कहना है?
जवाब- 'धाकड़ छोरा' के बाद से ही राजी बोलने लगा था। मेरे सक्सेस का रास्ता 'धाकड़ छोरा' के बाद से ही खुल गया।
सवाल- अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट के बारे में बताइए?
जवाब- मैं न्यूज 24 पर पहली बार अपनी फिल्म का नाम लेने जा रहा हूं। मेरी फिल्म 'चाचा-भतीजा' दिवाली से पहले धमाल मचाएगी।

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