Highlights नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की गई नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया था कि मालदीव में उन्होंने बॉलीवुड से वसूली की थी
मुंबईः एनसीपी नेता नवाब मलिक ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें एक व्यक्ति ने फोन कॉल पर जान से मारने की धमकी दी। नवाब मलिक के मुताबिक उन्हें ये धमकी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े को निशाना बनाने के खिलाफ दी गई। उन्होंने दावा किया कि यह कॉल राजस्थान से की गई थी।
गौरतलब है कि नवाब मलिक मुंबई ड्रग भंडाफोड़ मामले की जांच कर रहे एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगातार हमला कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने वानखेड़े पर बॉलीवुड से वसूली का आरोप भी लगाया था। नवाब मलिक ने ट्विटर पर सवाल किया था कि कोविड -19 महामारी के दौरान, पूरी फिल्म उद्योग मालदीव में था और समीर वानखेड़े और उनका परिवार भी मालदीव में था। उन्होंने समीर से जवाब मांगा था कि वे बताएं कि मालदीव, दुबई में क्या कर रहे थे?"
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि "कुछ लोगों को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की गई और दुबई और मालदीव में जबरन वसूली हुई। उन्होंने कहा कि इसे स्थापित करने के लिए उनके पास तस्वीरें भी हैं। इन आरोपों का जवाब देते हुए, एनसीबी की मुंबई इकाई के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा था कि मैं एक छोटा अधिकारी हूं और मलिक एक बड़े मंत्री, अगर कोई भी कागजात है तो वे पेश करें।
इसके साथ ही एक टीवी चैनल से बातचीत में नवाब मलिक के परिवार पर हमला करने को लेकर कहा कि वे अब कानून का सहारा लेंगे। उन्होंने कहा, मंत्री गलत बातें कह रहे हैं। यह बिल्कुल झूठ है। मैं अपने बच्चों के साथ मालदीव में छुट्टियां मनाने गया था। मैंने इसके लिए सक्षम प्राधिकारी से उचित अनुमति ली थी। मैं किसी से नहीं मिला और न ही मैं इस तरह के आरोपों को और स्पष्ट करना चाहता हूं। मैं दिसंबर में दुबई में नहीं मुंबई में था। इसकी जांच की जा सकती है।
यह पहली बार नहीं था जब नवाब मलिक ने एनसीबी या समीर वानखेड़े को निशाना बनाया। उन्होंने मुंबई में ड्रग भंडाफोड़ का मामला सामने आने के तुरंत बाद वानखेड़े पर आरोप लगाए थे। नवाब मलिक ने दावा किया था कि तट से दूर क्रूज जहाज से प्रतिबंधित दवाओं की कथित बरामदगी "नकली" थी और गिरफ्तारी सिर्फ व्हाट्सएप चैट के आधार पर की गई थी। हालांकि, समीर वानखेड़े ने सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि सब कुछ कानूनी रूप से किया गया था। एनसीबी ने तब एक बयान जारी कर कहा था कि समीर वानखेड़े के बारे में सोशल मीडिया पर कुछ गलत जानकारी साझा की गई थी।