अरवल : कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा के तत्वावधान में गुरुवार को रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त कृषि भवन के प्रांगण में किया गया। उद्घाटन कृषि पदाधिकारी विजय कुमार द्विवेदी, आत्मा के सहायक परियोजना निदेशक राजीव कुमार रजक द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। किसानों को नई तकनीक से खेती करने के लिए बताया गया।
कृषि पदाधिकारी ने कहा कि किसानों को जैविक खेती एवं खेती की नई तकनीकों को अपनाने से कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने किसानों को नई तकनीक से खेती करने के लिए प्रेरित किया। सहायक निदेशक द्वारा किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए कृषकों से आवेदन कराने के लिए प्रचार-प्रसार पर बल दिया।
उद्यान के सहायक निदेशक द्वारा संचालित योजना अंतर्गत स्प्रिंकलर, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन से संबंधित जानकारी दी गई। किसानों को मिट्टी जांच के लिए नमूना संग्रह एवं विश्लेषण उपरांत उर्वरकों का संतुलित मात्रा में उपयोग करने की विस्तृत जानकारी दी गई। संरक्षण द्वारा वीडियो प्रचार फाल आर्मीवर्म, पीडी प्रकोप से बचाव, जैविक कीटनाशक एवं जैव उर्वरक के प्रयोग तथा दलहनी तिलहनी फसलों में लगने वाले विभिन्न प्रकार के रोगों की विस्तृत जानकारी दी गई। परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा विभिन्न विषयों पर कराए जा रहे प्रशिक्षण, परिभ्रमण, किसान पाठशाला, गोष्ठी, चौपाल एवं समूह निर्माण से संबंधित जानकारी दी गई।
धूमधाम से मनी बिहार केसरी की जयंती : उच्च विद्यालय फखरपुर में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री और प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी डा. श्रीकृष्ण सिंह की 124वीं जयंती मनाई गई। प्रधानाध्यापक नारायण शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण सिंह आधुनिक बिहार के निर्माता थे। बिहार में अनेक उद्योग की स्थापना उनके कार्यकाल में की गई। बरौनी खाद कारखाना, एचईसी रांची, हटिया और बोकारो इस्पात संयंत्र जैसे महत्वपूर्ण कारखानों का निर्माण उन्हीं के कार्यकाल में हुआ। सीमित संसाधन के बावजूद उन्होंने बिहार के शैक्षणिक और औद्योगिक विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने समाज के सबसे निचले पायदान पर रहने वाले व्यक्ति के विकास के लिए भी कई योजनाएं बनाई और उसका क्रियान्वयन भी हुआ। मौके पर सक्सेना, सुमन कुमार ,चंद्रलेस कुमार, नागेंद्र कुमार सहित अनेक शिक्षकों ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री कृष्ण महिला कालेज में प्राचार्य रामाधार सिंह की अध्यक्षता में जयंती मनाई गई। यहां प्रो. शशिभूषण सिन्हा, प्रो. सुदर्शन प्रसाद आदि भी मौजूद थे।