जम्मू-कश्मीर में पाक प्रायोजित टारगेट किलिंग का असर केंद्र शासित प्रदेश में अब साफ दिखाई देने लगा है. यही वजह है कि कश्मीर से अब मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. टारगेट किलिंग से मजदूर औश्र युवा वर्ग में भारी गुस्सा है. जानकारी के अनुसार में कश्मीर में मजदूरों को राशन देना बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से उनको वापस लौटना पड़ रहा है. आज यानी मंगलवार को मिनी कश्मीर के रूप में पहचाने जाने वाले भागलपुर में पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
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दरअसल, भारत सरकार की सख्त नीति की वजह से घाटी में पस्त हो चुके आतंकी अब टारगेटड किलिंग कर अल्पसंख्यक हिंदू, सिख प्रवासी लोगों को निशाना बना रहे हैं. पिछले 16 दिनों में आतंकवादियों ने 11 आम लोगों की हत्या कर दी है. इसकी वजह से वहां भय का माहौल पैदा हो गया है बड़े पैमाने पर राज्य से प्रवासियों का पलायन भी शुरू हो गया है. आपको बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह 23 अक्टूबर को जम्मू- कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं. 23 से 25 अक्टूबर के दौरान वो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के दोनों क्षेत्रों का दौरा कर सुरक्षा के हालात को लेकर उच्चस्तरीय महत्वपूर्ण बैठक भी करेंगे। प्रदेश से धारा 370 के हटाए जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री का राज्य का यह पहला दौरा है। इस दौरे के दौरान गृह मंत्री सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद पुख्ता बनाने के निर्देश तो देंगे ही, साथ ही राज्य के विकास के लिए कई अहम घोषणाएं भी करेंगे.
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इससे पहले सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर समेत तमाम राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल , आईबी चीफ समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक कर आंतरिक सुरक्षा के हालात पर विस्तार से चर्चा की थी.