अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी के प्रति क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है. रिटेल निवेशक इसमें बहुत तेजी से पार्टिसिपेट कर रहे हैं. यही वजह है कि देश के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकर Zerodha के यूजर्स की जितनी संख्या है, उससे ज्यादा देश के कई क्रिप्टो प्लैटफॉर्म्स पर यूजर्स की संख्या हो गई है.
जिरोधा के यूजर्स की संख्या 7 मिलियन से कुछ ज्यादा है. इनमें से 5 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं. एक्टिव यूजर्स उन ट्रेडर्स को कहते हैं जिन्होंने साल में कम से कम एकबार ट्रेड किया हो. वहीं, Coinswitch Kuber पर यूजर्स की संख्या 11 मिलियन के पार हो गई. यह जानकारी कंपनी के फाउंडर और सीईओ आशीष सिंघल ने दी है. WazirX के प्रवक्ता ने कहा कि इसका यूजर बेस 8.5 मिलियन का है.
क्वॉइनस्चिव कुबेर को मिली करीब 2000 करोड़ की फंडिंग
क्रिप्टो एक्सचेंजों को बड़े पैमाने पर विदेशी फंडिंग भी मिल रही है. CoinSwitch Kuber को हाल ही में 26 करोड़ डॉलर (लगभग 1,943 करोड़ रुपए) की फंडिंग मिली है. क्वॉइनस्विच कुबेर ने कहा कि उसने आंद्रेसेन होरोविट्ज़ (ए16जेड), क्वॉइनबेस वेंचर्स और मौजूदा निवेशकों पैराडिगम, रिबिट कैपिटल, सिकोया कैपिटल इंडिया और टाइगर ग्लोबल से यह पैसा जुटाया है. अब यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो यूनिकॉर्न बन गया है. इस निवेश के लिए इसकी वैल्युएशन 1.9 बिलियन डॉलर आंकी गई है. इस फंड रेजिंग के साथ ही क्वॉइनस्विच कुबेर भारत का 30वां यूनिकॉर्न स्टार्टअप भी बन गया.
BSE ने जारी किया है 8 करोड़ यूनिक क्लाइंट कोड
वैसे भारत में स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर्स की कुल संख्या कितनी है, इसका पता लगाना आसान नहीं है. हालांकि, BSE का मानना है कि उसके साथ 8 करोड़ यूनिक क्लाइंट कोड जुड़ा है. अगर कोई ट्रेडर चार ब्रोकरेज के साथ अकाउंट ओपन करता है तो उसके लिए चार यूनिक क्लाइंड कोड जारी किए जाएंगे.
एक यूजर कई क्रिप्टो एक्सचेंज पर रजिस्टर्ड
क्रिप्टो एक्सचेंज पर यूजर बेस बढ़ने को लेकर कई कारण बताए जा रहे हैं. Genezis नेटवर्क के अजीत खुराना का कहना है कि क्रिप्टो इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स कई बार ट्रस्ट फैक्टर के कारण एक प्लैटफॉर्म से दूसरे प्लैटफॉर्म की तरफ स्विच करते हैं. इसके अलावा कई बार ऐसा भी होता है कि वे जिस टोकन में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, वह इस क्रिप्टो एक्सचेंज पर उपलब्ध नहीं हो.
1.5 करोड़ के करीब क्रिप्टो इन्वेस्टर्स
माना जा रहा है कि 2021 के शुरुआत में देश में क्रिप्टो इन्वेस्टर्स की संख्या करीब 1.5 करोड़ थी. जिरोध के फाउंडर नितिन कामथ ने भी 9 सितंबर को एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने कहा था कि शेयर मार्केट ब्रोकरेज फर्म को सबसे बड़ा खतरा क्रिप्टो एक्सचेंज से है. उन्होंने साफ-साफ कहा था कि जहां कुछ साल पहले अमेरिका था, वहां आज भारत खड़ा है. भारत में अभी भी क्रिप्टो का बाजार छोटा है.
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