ऑफलाइन पेमेंट के नियम में सरकार बड़ा बदलाव करने जा रही है. अभी जिस तरह ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है, आने वासे समय में उसी तेजी के साथ ऑफलाइन यानी कि बिना इंटरनेट भी पेमेंट किया जा सकेगा. हर व्यक्ति तक डिजिटल पेमेंट की सुविधा पहुंचाई जाए, इसके लिए रिजर्व बैंक एक फ्रेमवर्क पर काम कर रहा है. लोगों को ऑफलाइन मोड में रिटेल डिजिटल पेमेंट की सर्विस देने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी चल रही है. इन नए सिस्टम के जरिये कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर से बिना इंटरनेट के भी डिजिटल पेमेंट कर सकेगा.
इसके बारे में 6 अगस्त 2021 को एक स्कीम की घोषणा की गई है जिसके तहत एक पायलट टेस्ट शुरू किया गया है. टेक्नोलॉजी के इस पायलट टेस्ट में यह देखा जा रहा है कि लोगों को बिना इंटरनेट या कम स्पीड वाले इंटरनेट में भी डिजिटल पेमेंट करने की सुविधा कैसे दी जा सकती है. ऐसा पेमेंट पूरी तरह से ऑफलाइन मोड में होगा. अभी हम जो भी डिजिटल पेमेंट करते हैं, उसमें इंटरनेट की जरूरत होती है और बिना इंटरनेट के पेमेंट फेल हो जाता है. हालांकि लो इंटरनेट में पेमेंट होता है लेकिन उसमें देरी आती है.
सफल रहे पायलट प्रोजेक्ट
ऑफलाइन पेमेंट के लिए रिजर्व बैंक की तैयारी पिछले साल से ही जारी है. सितंबर 2020 से जून 2021 तक तीन पायलट प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक चलाए गए हैं. इसके तहत कुल 1.16 करोड़ रुपये के छोटे स्तर के तकरीबन 2.41 लाख ट्रांजेक्शन किए गए. मौजूदा नियम के मुताबिक, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी और स्मार्टफोन की जरूरत होती है. यूपीआई का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर टियर 1, टियर 2 और टियर 3 शहरों और नगरों में होता है. अब इसका दायरा बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफलाइन पेमेंट मोड पर भी ध्यान दे रहा है.
e-RUPI से ऑफलाइन पेमेंट
सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ा भी दिया है. अभी हाल में e-RUPI डिजिटल पेमेंट को लॉन्च किया गया जिसमें ऑफलाइन ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलती है. यह ट्रांजेक्शन बिना इंटरनेट से चलने वाले फीचर फोन पर कर सकते हैं और इस ट्रांजेक्शन को एसएमएस या क्यूआर कोड से शेयर कर सकते हैं. डिजिटल पेमेंट की बढ़ती तादाद को देखते हुए कई कंपनियां और बैंक ऑफलाइन पेमेंट की संभावनाएं तलाश रहे हैं ताकि उन लोगों तक पहुंचा जाए जो आज भी फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं.
वीजा ने लॉन्च किया ऑफलाइन कार्ड
इस साल अगस्त में क्रेडिट कार्ड की कंपनी वीजा ने ऐलान किया कि वह यस बैंक और एक्सिस बैंक के साथ मिलकर ऑफलाइन डिजिटल पेमेंट पर काम कर रही है. इसके लिए वीजा ने चिप आधारत ‘वीजा डेबिट’, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड बनाया है जिससे बिना इंटरनेट या लो इंटरनेट कनेक्टिविटी में भी ऑफलाइन पेमेंट किया जा सकेगा. चिप आधारित इस कार्ड में हर दिन के खर्च के हिसाब से लिमिट तय होगी और 2000 रुपये मिलेंगे. एक ट्रांजेक्शन में 200 रुपये खर्च किए जा सकेंगे. इसमें एक वॉलेट बना होगा जिसमें पहले से हर दिन के लिमिट के हिसाब से पैसे जमा रहेंगे.
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