क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर ज्यादातर देशों के निवेशकों में उत्साह रहता है। निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए सबसे आगे रहते हैं। कई देशों में इसे वैध कर दिया गया है लेकिन इस बीच ऐसा हुआ है जिसने सबको हैरानी में डाल दिया है। कई यूजर्स को बिना पैसा लगाए 9 करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी मिल गई है। इसे वापिस पाने के लिए कंपनी के सीईओ सबसे रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी वापस कर दें।कई क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म पर बैंक या बिचौलिए नहीं होते जिसके कारण यह दिक्कत आई। डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (Defi) प्लेटफॉर्म में बैंक या अन्य बिचौलिए नहीं होते, यह पूरी तरह कंप्यूटर कोड द्वारा नियंत्रित होता है। यूजर्स के बीच स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स पर निर्भर होने के जगह फंड का मैनेजमेंट करते हैं। ये कोड इज लॉ का इस्तेमाल कर कंप्यूटर कोड सिस्टम को नियंत्रित करता है। कई एक्सपर्ट का कहना है कि जब भी कोड में गलती होत है तो हमेशा गलती होती है।
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कई क्रिप्टो प्रोजेक्ट की आलोचना करने वाले अमेरिकंस फॉर फाइनेंशियल रिफॉर्म के सीनियर पॉलिसी एनालिस्ट एंड्रयू पार्क का कहना है कि मौजूदा परेशानी बैंकिंग प्रणाली की वजह से है। इसमें उनके सिस्टम की तरफ से दिक्कत नहीं आई है। इस तरह की परेशानियों को रोकने के लिए उनके पास पुख्ता उपाय हैं।
कंपाउंड में यह समस्या बुधवार को शुरू हुई जब यूजर्स ने कंपाउंड के प्लेटफॉर्म के अपडेट को मंजूरी दे दी। इसमें एक बग था। कंपाउंड लैब्स इंक के CEO रॉबर्ट लेशनर ने ट्विटर पर कहा कि बग कुछ यूजर्स के लिए बहुत अधिक सीओएमपी (COMP) का कारण बना। कंपनी और न ही किसी और के पास टोकन को देने की क्षमता है। सीओएमपी एक प्रकार का टोकन है, जिसकी शुक्रवार को कीमत 319 डॉलर प्रति कॉइन थी.
कंपाउंड में हुई गलती ताजा तौर पर हाई-प्रोफाइल गलती है। अगस्त में एक हैकर ने लगभग 600 मिलियन डॉलर मूल्य के टोकन लेने के लिए एक अन्य डेफी प्रोजेक्ट में कमी का फायदा उठाया था, लेकिन बाद में हैकर ने उसे वापस कर दिया था।
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