Koo के नए फीचर के जरिए हिंदी, मराठी, कन्नड़, तमिल, असमिया, बंगाली, तेलुगु और इंग्लिश में ऑटोमेटिक ट्रांसलेशन करने का मौका मिल सकेगा. दावा है कि किसी भी कंपनी द्वारा ये फीचर पहली बार दिया जा रहा है.
देसी Twitter कहे जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo ऐप ने अपने यूजर्स को तोहफा दिया है. दरअसल ऐप में अब आठ भाषाओं में रियल टाइम ट्रांसलेशन का मौका मिलेगा. Koo के नए फीचर के जरिए हिंदी, मराठी, कन्नड़, तमिल, असमिया, बंगाली, तेलुगु और इंग्लिश में ऑटोमेटिक ट्रांसलेशन हो सकेगा. इस खास फीचर की मदद से यूजर्स अपनी भाषा में विचारों को रख पाएंगे. ऐसा फीचर देने वाला ये पहला ऐप बन गया है.
ये फीचर लाने वाला पहला ऐप Koo की तरफ से कहा गया कि भारत एक ऐसा देश है जहां बहुत सी भाषाएं बोली जाती हैं. कई कंपनियों का मानना है कि भारत में ग्लोबल भाषा बोली जाती है जबकि ये गलत है. भारतीय यूजर्स को उसी की भाषा में चैट करने, कनेक्ट होने और खुदको बिजी रखने के मकसद से हम ये खास फीचर लेकर आए हैं. इससे यूजर्स का एक्सपीरिएंस और भी बेहतर होगा.
'मेड इन इंडिया ऐप बनाकर खुश' कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम यह देखने के लिए एक्साइटेड हैं कि बड़े पैमाने पर लोगों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सेलेब्स इसका यूज कैसे करते हैं. इससे पहले दुनियाभर के किसी दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म की तरफ से भारतीय यूजर्स को ऐसा फीचर नहीं दिया गया है. हम भारतीयों के लिए मेड इन इंडिया ऐप बनाकर खुश हैं."
क्या है Koo App? Koo App माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के जैसे ही एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है. यहां यूजर्स सार्वजनिक तौर पर अपने विचारों को साझा कर सकते हैं और दूसरे यूजर्स को फॉलो भी कर सकते हैं. इस ऐप में कैरेक्टर लिमिट 400 तय की गई है. यूजर्स अपने मोबाइल नंबर के जरिए Koo App में Sign Up कर सकते हैं. इसके अलावा इसे अपने दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अकाउंट के साथ भी लिंक किया जा सकता है. ये iOS और Google Play Store पर अवेलेबले है.
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