ऑनलाइन गेमिंग ऐप से ठगी कर रहे साइबर अपराधी, इस तरह देते हैं काम को अंजाम, जानिए बचने के लिए क्या करें

अमन तिवारी, रांची : अगर आप ऑनलाइन गेमिंग एेप के जरिये गेम खेल कर पैसा कमाना चाहते हैं, तो सावधान हो जाइए. क्योंकि, साइबर अपराधी अब ऑनलाइन गेमिंग एेप के जरिये ठगी कर रहे हैं. इसे लेकर गृह मंत्रालय (भारत सरकार) के अधीन काम करनेवाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के थ्रेट एनालिसिस विंग ने रिपोर्ट तैयार कर साइबर अपराधियों के नये ट्रेंड और उनकी कार्यशैली को लेकर अलर्ट किया है.

रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि ऑनलाइन गेमिंग एेप फैंटेसी क्रिकेट और ऑनलाइन रमी खेल के नाम पर ठगी की जा रही है. मामले की जानकारी मिलने के बाद सीआइडी मुख्यालय ने रांची, जमशेदपुर और धनबाद एसएसपी के अलावा सभी जिलों के एसपी को पत्र भेज कर अलर्ट किया है. इसके साथ ही तथ्य के आधार पर कार्रवाई का निर्देश है.
ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये ठगी का मामला दिल्ली व गाजियाबाद सहित अन्य इलाके में सामने आ चुका है. लोगों से करोड़ों की ठगी की गयी है. गाजियाबाद में ठगी के एक मामले का कनेक्शन दुबई से जुड़ा सामने आया था. वहीं, दूसरी ओर अंबाला में ठगी के एक मामले में जामताड़ा कनेक्शन होने की बात सामने आ चुकी है.
इस तरह करते हैं ठगी
साइबर अपराधी खुद को ऑनलाइन गेमिंग एेप में रजिस्टर करते हैं. इस कारण ट्रेस करना मुश्किल होता है.
साइबर अपराधी ठगी के लिए इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआइ या कार्ड के जरिये ट्रांजेक्शन करने के लिए कहते हैं.
ठगी के अधिकांश गेमिंग एेप गूगल प्ले स्टोर में मौजूद नहीं होते हैं
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बचने के लिए क्या करें
आम लोगों के लिए यह सुझाव दिया गया है कि किसी भी गेमिंग एेप के वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने से बचें.
अगर आम लोग ऐसे किसी घटना के शिकार होते हैं, तब वे इसकी शिकायत थाने में या साइबर सेल में करें
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