ये दौर डीजिटल पेमेंट का है। इस सुविधा ने हमारी अर्थव्यवस्था के पूराने स्वरूप को बदल के रख दिया है। बीते एक दशक के दौरान डीजिटल लेन देन की मात्रा में एक बहुत बड़ी वृद्धि देखने को मिली है। लोग अब आसानी से यूपीआई, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इसी के समानांतर साइबर फ्रॉड के मामलों में भी काफी तेजी आई है। इंटरनेट की दुनिया पर ऐसे कई हैकर्स हैं, जो पीछे छुपकर किसी मैलवेयर की मदद से आपके बैंक का पासवर्ड चुरा सकते हैं। इससे आपको एक बड़ा घाटा सहन करना पड़ सकता है। अगर आप भी लेन देन के लिए डीजिटल पेमेंट का सहारा लेते हैं, तो आपको काफी सावधान रहना चाहिए। इसी कड़ी में आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं। इससे आपके साथ फ्रॉड होने का खतरा काफी कम हो जाएगा।
अगर आप लेने देन के लिए नेटबैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल या टैबलेट में एंटीवायरस जरूर रखना चाहिए। एंटीवायरस आपके डिवाइस को किसी भी प्रकार के मैलवेयर से बचा कर रखता है। ऐसे में पासवर्ड चोरी होने का खतरा काफी कम हो जाता है।
अपने बैंक अकाउंट को सेफ रखने के लिए आप पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि पासवर्ड मैनेजर आपके हर अकाउंट के लिए एक अलग पासवर्ड जनरेट करता है। अगर कोई हैकर आपके किसी पासवर्ड को हैक करता भी है तो बाकी के पासवर्ड सेफ रहेंगे।
इसके अलावा आपको समय समय पर अपना यूपीआई आईडी या नेट बैंकिंग का पासवर्ड चेंज करते रहना चाहिए। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि पासवर्ड हल्का ना हो उसमें स्पेशल कैरेक्टर्स जरूर शामिल हो और पासवर्ड लंबा हो। अपने डिवाइस को समय समय पर एंटीवायरस की मदद से स्कैन करें। डिवाइस को अप टू डेट रखें।