शनिवार को लोग जब भारत में सुबह जागे तो उन्हें बस एक ही नाम सुनाई दे रहा था, स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) का. एक विदेश सेवा अधिकारी स्नेहा ने 76वीं संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा (United Nations General Assembly UNGA) में पाकिस्तान (Pakistan) को करारा जवाब दिया था.
स्नेहा ने राइट टू रिप्लाई (Right to Reply) का प्रयोग किया और दुनिया के सामने पाकिस्तान की हकीकत बताई. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जिन्होंने अपने भाषण में आतंकवाद के नाम पर विक्टिम कार्ड खेलकर दुनिया की सहानुभूति हासिल करने की कोशिश की थी, स्नेहा ने उन्हें ही आईना दिखा दिया. आपको बताते है कि आखिर ये राइट टू रिप्लाई क्या होता है और कब कोई देश इसका प्रयोग करता है.
राइट टू रिप्लाई सबसे अहम नियम
UNGA के एनेक्स 5 के तहत जो नियम बताए गए हैं, राइट टू रिप्लाई उसमें सबसे अहम है. इस नियम के तहत प्रतिनिधिमंडलों को किसी भी दिन की जनरल मीटिंग के अंत में अपने राइट टू रिप्लाई का प्रयोग करने का अधिकार होता है. यानी किसी भी दिन जब दो मीटिंग्स खत्म हो जाती हैं, राइट टू रिप्लाई का प्रयोग किया जा सकता है. लेकिन राइट टू रिप्लाई का प्रयोग उसी विषय पर किया जा सकता है जिस पर मीटिंग का आयोजन हुआ हो.
10 और पांच मिनट का ही समय
राइट टू रिप्लाई के तहत किसी भी विषय पर हस्तक्षेप की संख्या दो से ज्यादा नहीं हो सकती है.पहला हस्तक्षेप किसी भी डेलीगेशन के लिए किसी भी विषय पर 10 मिनट से ज्यादा नहीं हो सकता. दूसरे हस्तक्षेप के लिए सिर्फ पांच मिनट का समय निर्धारित है. भारत की तरफ से स्नेहा दुबे ने पाकिस्तान को इसी अधिकार का प्रयोग कर करारा जवाब दिया है. इमरान ने यूएन के इस मंच से भारत सरकार के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया. इमरान ने एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार को 'हिंदू राष्ट्रवादी सरकार' और 'फासीवादी' बताया.
पाकिस्तान को फटकारा
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को कहा, पाकिस्तान 'आग को भड़काने वाला' है, जबकि वो खुद को 'आग बुझाने वाले' के रूप में पेश करने का दिखावा करता है. कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का संरक्षक है और अल्पसंख्यकों का दमन करता है.
स्नेहा ने पाकिस्तान और दुनिया को साफ कर दिया है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख, हमेशा से भारत का अभिन्न हिस्सा थे, हैं और हमेशा रहेंगे. उन्होंने पाकिस्तान को सख्त शब्दों में चेतावनी भी दी है कि उसे जल्द से जल्द पीओके के उन इलाकों को खाली करना होगा जिस पर उसने गैर-कानूनी कब्जा कर रखा है. स्नेहा का जवाब सुनकर कुछ ही दूर बैठे पाकिस्तानी राजनयिक अपनी बगलें झांक रहे थे.
कौन हैं इमरान खान को आतंक पर करारा जवाब देने वाली स्नेहा दुबे? UN में पाकिस्तान को किया 'बेनकाब'