Highlights लिथुआनिया नेशनल साइबर सिक्युरिटी सेंटर की चेतावनी के बाद सरकार ने उठाया ये कदम Xiaomi के Mi 10T और Huawei के 5G सेट P40 में पाई गई थीं सुरक्षा से जुड़ी खामियां
यूरोपीय यूनियन का एक छोटा सा देश है लिथुआनिया। इस देश की सरकार ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे अपने चाइनीज फोन को फेंक दें और भविष्य में चाइनीज कंपनियों के फोन्स को न खरीदें। इस देश के रक्षा मंत्रालय ने अपने नागरिकों को यह सलाह देश के नेशनल साइबर सिक्युरिटी सेंटर की चेतावनी के बाद दी है।
दरअसल, सेंटर ने चीन की कंपनियों के बने 5जी मोबाइल फोन्स की टेस्टिंग की थी जिसकी रिपोर्ट में यह पाया गया कि Xiaomi के Mi 10T में सेंसरशिप फीचर है। जबकि Huawei फोन में भी सुरक्षा से जुड़ी खामियां हैं। लिथुआनिया के उप रक्षा मंत्री मार्गिरिस एब्यूकवीसियस ने अपने देश के नागरिकों से कहा है कि हमारी सलाह है कि चीन की कंपनियों के बने नए फोन न खरीदें। वहीं जो लोग उनका इस्तेमाल कर रहे हैं, वे जितना जल्द संभव हो उतनी जल्द उनका इस्तेमाल बंद कर दें।
रिपोर्ट के मुताबिक Xiaomi के Mi 10T में एक बिल्ट-इन सेंसरशिप फीचर है जो 'फ्री तिब्बत' और 'लॉन्ग लाइव ताइवान इंडीपेंडेंस' और डेमोक्रेसी मूवमेंट जैसे वाक्यों को सेंसर करता है। वैसे तो Xiaomi Mi 10T का यह फीचर यूरोप में बंद हो जाता है, लेकिन नेशनल साइबर सिक्युरिटी सेंटर की मानें तो इसे कहीं से भी रिमोट के द्वारा चालू किया जा सकता है।
इसी प्रकार से Huawei के 5G फोन P40 में कुछ सुरक्षा से जुड़ी खामियां पाई गई हैं। हालांकि OnePlus एवं अन्य चाइन स्मार्टफोन ब्रांड में इस तरह की चीजें नहीं पाई गई हैं। जबकि Xiaomi कंपनी ने इस बात का खंडन किया है कि कंपनी ऐसी किसी भी व्यक्तिगत व्यवहार को प्रतिबंधित नहीं करती है जिसमें यूजर की सर्चिंग, कॉलिंग, वेब ब्रॉउजिंग अथवा थर्ड पार्टी कम्यूनिकेश सॉफ्टवेयर के प्रयोग की जानकारी हो।