नई दिल्ली
एंड्रायड फोन इस्तेमाल करने वालों के लिए अलर्ट वाली खबर है। क्योंकि ऐसे फोन के जरिए यदि आप भी बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो खतरा मंडरा रहा है। देश की फेडरल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने एक एडवाइजरी में कहा है कि भारतीय साइबर स्पेस में एक बैंकिंग ट्रोजन मैलवेयर मिला है एंड्रॉयड फोन का उपयोग करने वाले बैंक ग्राहकों पर चुपके से हमला करने को तैयार है। यह वायरस पहले ही 27 से ज्यादा पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के ग्राहकों को निशाना बना चुका है।भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि फिशिंग मैलवेयर 'इनकम टैक्स रिफंड' के रूप में दिखा रहा है। यह वायरस ग्राहक डेटा की गोपनीयता को प्रभावी ढंग से खतरे में डालने वाला है।चेताया गया गया है कि भारतीय बैंकिंग ग्राहकों को ड्रिनिक एंड्रॉयड मैलवेयर का उपयोग करके एक नए प्रकार के मोबाइल बैंकिंग कैंपेन द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। ड्रिनिक ने साल 2016 में एक एसएमएस चोरी करने वाले के रूप में शुरुआत की और हाल ही में एक बैंकिंग ट्रोजन के रूप में विकसित हुआ है जो फिशिंग स्क्रीन प्रदर्शित करता है और यूजर्स को संवेदनशील बैंकिंग जानकारी दर्ज करने के लिए राजी करता है।सीईआरटी-इन साइबर हमलों से निपटने और फिशिंग और हैकिंग हमलों और इसी तरह के ऑनलाइन हमलों के खिलाफ साइबर स्पेस की रक्षा करने के लिए फेडरल टेक्नोलॉजी आर्म है।