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एक स्कूली छात्र ने आईआरसीटीसी के ई-टिकट प्लेटफार्म पर एक ऐसी गड़बड़ी पकड़ी, जिससे कस्टमर का डाटा लीक होने की संभावना रहती थी। चेन्नई के इस 12वीं कक्षा के छात्र की तरफ से बुकिंग साइट पर इनसिक्योर डायरेक्ट ऑब्जेक्ट रेफरेंस (आईडीओआर) की मौजूदगी को लेकर चेतावनी जारी करने के बाद आईआरसीटीसी ने उसे सुधार लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के आईटी विभाग ने शिकायत मिलने के बाद तत्काल उसका संज्ञान लिया और इस समस्या को दूर कर लिया। अधिकारी ने कहा, यह शिकायत 30 सितंबर को सामने आई थी और इसे 2 सितंबर को ठीक कर लिया गया था। अब हमारा ई-टिकट सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां तम्बारम के एक निजी विद्यालय में पढ़नेवाले 12वीं के छात्र पी रेंगानाथम ने बताया कि वह 30 अगस्त को जब टिकट बुक करने की कोशिश कर रहे थे तो उन्होंने वेबसाइट पर यह समस्या (आईडीओआर) देखी, जो लाखों यात्रियों के हस्तांतरण का विवरण लीक करता है। यह एक बेहद आम समस्या है। उन्होंने इसके बाद तत्काल इसकी जानकारी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) को दी। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करनेवाली सीईआरटी-इन को लिखे ईमेल शिकायत में कहा कि इसके जरिए कोई किसी दूसरे का टिकट भी रद्द कर सकता है और संवेदनशील जानकारियां जुटा सकता है। DailyhuntDisclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Dailyhunt. Publisher: Amar Ujala