जागरण संवाददाता, गोपालगंज : रविवार से शुरू हो रहे श्रावण माह में इस बार चार सोमवार पड़ेंगे। जो अत्यंत फलकार होंगे। कोरोना महामारी के कारण इस बार शिवमंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं है। प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते बड़े शिवमंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। ऐतिहासिक थावे मंदिर का कपाट भी इस दौरान बंद रहेगा। शिवमंदिरों में प्रवेश पर रोक से इस बार लोग घर पर ही शिवलिग पर जलाभिषेक कर मनवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं।
गोपालगंज के निवासी तथा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के पंडित ओम तिवारी ने बताया कि 25 जुलाई दिन रविवार से श्रावण मास प्रारम्भ हो कर 22 अगस्त को समाप्त होगा। सनातन धर्म ग्रंथ शिव पुराण में सबसे अधिक महत्व पार्थिव शिवलिग व उसके पूजन को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि शिव पुराण के अनुसार पार्थिव शिव लिग सभी लिगो में सर्वश्रेष्ठ है। इसके पूजन से सभी मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती हैं। अनेक देवता, दैत्य, मनुष्य गंधर्व, सर्प व राक्षस शिव लिग की उपासना से अनेक सिद्धियां प्राप्त कर चुके हैं। जिस प्रकार सतयुग में रत्न का, त्रेता में स्वर्ण का व द्वापर में पारे का महत्व हैं, उसी प्रकार कलयुग में पार्थिव लिग अति महत्वपूर्ण है। पार्थिव शिव लिग का पूजन धन, वैभव, आयु व लक्ष्मी देने वाला तथा सम्पूर्ण कार्यो को पूर्ण करने वाला है। जो व्यक्ति श्रावण मास में भगवान शिव का पार्थिव लिग बनाकर प्रति दिन पूजा करता है, वह व्यक्ति शिव पद व शिव लोक को प्राप्त करता है। उन्होंने बताया कि पार्थिव शिवलिग का निर्माण श्वेत, लाल, पीली व काली रंग की मिट्टी से किया जाता है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए शिवमंदिरों में न जाकर अपने घर में व किसी पवित्र स्थान पर पार्थिव शिव लिग का निर्माण कर पूजन करें। इससे मनोवांछित फल प्राप्त होता है। -----------------
इस साल इन तिथियों को पड़ेगा श्रावण का सोमवार
- 26 जुलाई 2021
- 02 अगस्त 2021
- 09 अगस्त 2021
- 16 अगस्त 2021