सहरसा। एसटीईटी 2019 के क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट में शामिल लोगों की आपातकालीन बैठक एमएलटी सहरसा कॉलेज परिसर में गुरूवार को हुई। बैठक में बिहार बोर्ड और शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए गए। बैठक में 25 जून को ही पटना में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और सचिवालय के घेराव करने का निर्णय लिया गया। सबों ने एक स्वर से इस आंदोलन को सफल बनाने का आहवान किया। बैठक में कहा गया कि एसटीईटी 2019 क्वालीफाय अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट से हटाया गया है जो प्रकाशित किया गया था वह रिक्ति 37440 से कम 24599 ही था। 12 मार्च 2021 को 12 विषय में प्रकाशित हुआ और 21 जून को बचे हुए तीन विषय का रिजल्ट प्रकाशित हुआ। जिसमें कुल 6077 अभ्यर्थी पास हुए और साथ ही मेरिट लिस्ट में प्रकाशित हुआ। 12 मार्च को प्रकाशित रिजल्ट का भी पुन: प्रकाशन हुआ और अधिकतर क्वालिफाय कैंडिडेट केा नॉट इन मेरिट लिस्ट कर दिया गया। जो सरासर अन्याय है। कुल रिक्ति 37440 में से क्वालिफाइड 30676 अभ्यर्थी ही हुए। करीब 75 प्रतिशत अभ्यर्थी का मेरिट लिस्ट में नाम नहीं है। उत्तीर्ण अभ्यर्थी का नाम मेरिट लिस्ट से कैसे बाहर हो गया, इसका खुलासा तो जांच के बाद ही हो पाएगा। इस मौके पर बैठक में पमपम कुमार, रमेश कुमार चौधरी, नीतीश कुमार, मो. शोएब कलीम, मुकेश कुमार, अमन कुमार सिंह, रजनीश कुमार, रॉकी, नवनीत कुमार, कल्पना जायसवाल और अजय कुमार आदि शामिल थे।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप