गोपालगंज। कोरोना के लिए जरूरी दवाओं की किल्लत हो गयी है। दवाओं की जमाखोरी व कालाबाजारी को रोकने के लिए डीएम के निर्देश पर जिले की दवा दुकानों की जांच की जा रही है। इसके लिए अभियान शुरू किया गया है। मरीजों व उनके परिजनों के अनुसार दवा दुकानों पर एजीथ्रोमाइसिन, पारासिटामोल, विटामिन व जिंक की दवाएं खोजने से भी नहीं मिल रही हैं। शहर से खराब स्थिति तो ग्रामीण इलाकों में है। दवाओं की किल्लत होने से मरीज व उनके परिजन दुकानों का चक्कर लगा रहे हैं। पिछले करीब 20 दिनों से यह परेशानी है। दवाओं की किल्लत की शिकायत मिलने पर डीएम द्वारा गठित जिला औषधि नियंत्रक विभाग की टीम का जांच अभियान लगातार जारी है। शनिवार को भी टीम ने शहर की विभिन्न दवा दुकानों में पहुंचकर जांच की। टीम के नेतृत्वकर्ता एडीसी राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत को दूर करने के लिए जांच की जा रही है। वैसे अभी तक हुई जांच में किसी भी दुकान पर कोरोना के इलाज में काम आने वाली जरूरी दवाओं की कमी नहीं देखी गयी है। एडीसी ने बताया कि इसके अलावा दवाओं की जमाखोरी व कालाबाजारी को रोकने के लिए भी जांच की जा रही है। कहीं भी मामला गड़बड़ पाए जाने पर संबंधित दुकानदार व एजेंसी का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। जांच टीम में डीआई निर्भय कुमार गुप्ता व सहायक अमरेन्द्र कुमार शामिल थे। यहां बता दें कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों व सर्दी खांसी से बीमार लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इससे उक्त दवाओं की काफी मांग बढ़ गई है।