लखीसराय । कोरोना के संक्रमण से हो रही मौत को रोकने के लिए पांच दिन पूर्व 20 वाइल रेमडेसिविर इंजेक्शन राज्य स्वास्थ्य समिति से लखीसराय जिला स्वास्थ्य समिति को मिली है। मंगलवार को दो सौ वाइल रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन हुआ है। दो-तीन दिनों में उपलब्ध हो जाने की संभावना है। इस तरह जिले को 220 इंजेक्शन प्राप्त हो गया है। फिलहाल 20 वाइल रेमडेसिविर इंजेक्शन स्टोर रूम रखी हुई है। बावजूद जरूरतमंद मरीजों को यह इंजेक्शन नहीं दी जा रही है। जबकि मौत का सिलसिला जारी है।
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रेमडेसिवर इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण एएनएम की गई जान
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रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण लखीसराय पीएचसी अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बिलौरी में पदस्थापित एएनएम की सोमवार को लखीसराय के निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान मौत हो गई। कोरोना संक्रमित होने के बाद से संबंधित एएनएम का लखीसराय स्थित निजी क्लीनिक में इलाज चल रहा था। रविवार की सुबह ऑक्सीजन लेवल घटने पर रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाने के लिए एएनएम को निजी क्लीनिक से सदर अस्पताल ले जाया गया। शाम तक सदर अस्पताल में रहने के बाद भी एएनएम को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लगाया गया। ऑक्सीजन लेवल में गिरावट आने के कारण एएनएम को पुन: निजी क्लीनिक पहुंचाया गया जहां सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
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रेमडेसिविर इंजेक्शन मिलने का प्रावधान
सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज का लीवर फंक्शन एवं किडनी फंक्शन सही रहने, 90 से कम ऑक्सीजन लेवल रहने, आरटीपीसीआर जांच का सिटी वेल्यू कम रहने (सिटी वेल्यू कम रहने पर कोरोना का वायरस अधिक रहता है) की स्थिति में इलाज करने वाले डॉक्टर संबंधित मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन देने का एडवाइस देते हैं। इसके बाद सिविल सर्जन की स्वीकृति के बाद संबंधित मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाता है।
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कोट
सिर्फ सरकारी अस्पताल में भर्ती जरूरतमंद कोरोना मरीज को ही रेमडेसिविर इंजेक्शन देने का प्रावधान है। जिले में उपलब्ध इंजेक्शन का 30 फीसद चयनित निजी दवा दुकान को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराना है। संबंधित दवा दुकान के संचालक को उचित कीमत पर इंजेक्शन बेचकर राशि जिला स्वास्थ्य समिति में जमा करना है।
मु. खालिद हुसैन, डीपीएम, जिला स्वास्थ्य समिति, लखीसराय।
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सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को जरूरतमंद कोरोना संक्रमित मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन देने का निर्देश दिया गया है। इसमें कोताही बरते जाने पर कार्रवाई की जाएगी। एएनएम को रेमडेसिविर इंजेक्शन किस परिस्थिति में उपलब्ध नहीं कराई जा सकी, इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए दोषी कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. डीके चौधरी, सिविल सर्जन, लखीसराय।
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