बेतिया। गौनाहा प्रखंड के सेरवा मस्जिदवा गांव में शनिवार को पुत्र की मौत के सदमे को वृद्ध मां नहीं बर्दाश्त कर पाई। पुत्र की मौत के महज पांच घंटे के अंदर ही मां की भी मौत हो गई। गांव से तीन किमी दूर जंगल के समीप दोनों शव का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। सेरवा मस्जिदवा गांव निवासी छठू मांझी (40) की मौत शनिवार की सुबह दस बजे हो गई । शव के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। गांव के समीप जंगल के किनारे चिता भी सजा दी गई थी । अचानक पुत्र की मौत के सदमे से विधवा मां सुरजी देवी भी परलोक सिधार गई । इस वजह से पुत्र के अंतिम संस्कार को रोक दिया गया और मां - बेटे का संस्कार एक ही चिता पर की गई ।मृतक छठू की पत्नी सुगन्धि देवी ने बताया कि तीन दिन पहले उसके पति को बुखार लगा था। गांव के ही एक चिकित्सक के पास इलाज चल रहा था। शुक्रवार की रात में सांस लेने में दिक्कत होने लगी। रात भर परेशान रहे और सुबह दस बजे छठू की मौत हो गई। उसने बताया कि मेरी सास मुस्मात सुरजी देवी बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और हार्ट अटैक से उनकी भी मौत हो गई। 13 को थी छठू की बेटी शादी
छठु मांझी की पत्नी सुगन्धि देवी ने बताया कि 13 मई को बेटी की शादी है।अब कैसे शादी होगी।मां बेटे की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। छठू मांझी को एक पुत्र व दो पुत्रियां हैं। घरवालों का रो- रोकर बुरा हाल है।
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