बेगूसराय। कर्मफल दाता भगवान शनि देव की मूर्ति स्थापना को लेकर मंदिर निर्माण के लिए शनिवार को गढ़पुरा स्थित नाथ बाबा स्थान परिसर में भूमि पूजन गढ़पुरा निवासी रमेश गुप्ता ने किया। इस अवसर पर भूमि पूजन करा रहे पंडित कुमोद मिश्र ने भगवान शनि देव के बारे में बताया कि यह सूर्य तथा छाया के पुत्र हैं। इनकी ²ष्टि में जो क्रूरता है। वह उनकी पत्नी के दिए शाप के कारण है। ब्रह्म पुराण के अनुसार शनि श्रीकृष्ण भक्त हैं। जिसके कारण श्रीकृष्ण के ध्यान में वे मग्न थे। शनि महाराज की पत्नी उनके ध्यान टूटने की प्रतीक्षा करते करते थक गई थी। तब क्रोधित होकर उनकी पत्नी ने उन्हें शाप दे दिया था कि आज से तुम जिसे देखोगे वह नष्ट हो जाएगा। ध्यान से लौटने पर शनिदेव ने पत्नी को काफी मनाया और समझाया। तब उनकी पत्नी को अपनी भूल का अहसास हुआ। कितु शाप से मुक्त करने की उनमें शक्ति नहीं थी। तब से शनि देव महाराज अपना सिर नीचे करके रहने लगे। ताकि किसी पर नजर नहीं लगे। वह कभी भी नहीं चाहते कि इनसे किसी का अनिष्ट हो। शनि देव के अधि देवता प्रजापति ब्रह्म और प्रत्य धिदेवता यम हैं। इनका वर्ण इंद्र नीलमणि के समान है। शनिवार का व्रत मंगलकारी होता है। शनिदेव की पूजा में नीले लाजवंती का फूल अर्पण करना चाहिए। शनि भक्तों को पीपल में जल चढ़ाने चाहिए। यह सब करने से भगवान शनि देव प्रसन्न होते हैं। मौके पर नवल पासवान, सुनील झा, नरेश यादव, श्रीमान व बहुत से युवक इस पुण्य कार्य में लगे थे।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप