खगडि़या। इस बार रैंकिग में बेहतर करने के लिए हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है।
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार गुप्ता ने बताया गया कि पूरे भारत को जनसंख्या के आधार पर पांच जोन- नार्थ, ईस्ट, साउथ, वेस्ट, नार्थ-ईस्ट जोन बनाया गया है। खगड़िया नगर परिषद ने आम नागरिकों के सहयोग से पिछले वर्ष ईस्ट जोन में 50 हजार तक की आबादी के आधार पर स्वच्छता रैकिग में 65 वां स्थान एवं बिहार में सातवां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष से अधिक अंक एवं बेहतर रैंकिग प्राप्त करने के लिए नगर परिषद खगड़िया दृढ़ संकल्पित है। इसके अनुरूप कार्य किये जा रहे हैं। शहरवासियों से बेहतर सहयोग की अपेक्षा है।
छोटे एवं बड़े व्यवसायी अपना व्यवसाय कर कचरा को सड़क पर नहीं फैलाएं। कचरा को संग्रहित कर रखें। घरेलू गीला एवं सूखा कचरा को अलग-अलग रखा जाना है। गीला कचरा (खाद्य पदार्थ) को हरे डस्टबिन में एवं सूखा कचरा (खाद्य पदार्थ के अतिरिक्त अवशेष अपशिष्ट) को नीले डस्टबिन में रखा जाना है। जिसके लिए दोनों तरह के डस्टबिन मुहैया कराए जा चुके हैं। सुबह सफाई कर्मियों को संग्रहित कचरा देने की अपील की गई है। यत्र- तत्र कचरा फैलाना अपराध
कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम 2016 के अंतर्गत यत्र-तत्र कूड़ा- कचरा फेंकने पर आर्थिक दंड लगाने का भी प्रावधान है। बड़े व्यवसायी यथा होटल, रेस्टोरेंट, संस्थान जो प्रतिदिन 100 किलोग्राम कचरा उत्पादन करते है, वे अपने कचरे का निष्पादन स्वयं करना सुनिश्चित करें। वर्तमान में नगर परिषद की ओर से सूखा एवं गीला कचरा प्रत्येक घर से लेने हेतु दो टीपर का क्रय किया गया है। जो जल्द ही आम नागरिकों की सेवा में उपलब्ध कराया जाएगा। सिगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। छोटे- बड़े व्यवसायी सिगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें। पकड़े जाने पर आर्थिक दंड के भागी होंगे। गीला कचरा का प्रसंस्करण एवं सेनेटरी लैंडफील साइट हेतु जमीन का चयन किया जा रहा है। नगर परिषद शहर को स्वच्छ रखने व स्वच्छता रैंकिग 2021 में पिछले वर्ष से बेहतर रैंक प्राप्त करने में खगड़िया वासियों से सहयोग की अपेक्षा रखता है।
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