बेखौफ घूम रहे हवस के भेड़िए, लड़कियां असुरक्षित

बेतिया। विगत 22 जनवरी को मझौलिया में सब कुछ सामान्य था। अचानक मझौलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में 16 वर्षीय लड़की से गैंगरेप की खबर ने मझौलिया सहित जिलेवासियों को हिला कर रख दिया। इसके पहले 13 जनवरी को नरकटियागंज के एक गांव में झाड़-फूंक के बहाने तांत्रिक ने गौनाहा की महिला से दुष्कर्म का प्रयास किया। बाद में दोनों मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। साल के पहले महीने से ही शुरू हुई दुष्कर्म की घटनाएं साल के अंत दिसंबर तक जारी रही। नियमित अंतराल पर किसी न किसी इलाके से दुष्कर्म की खबर लोगों को झकझोरती रही। कभी मझौलिया तो कभी चनपटिया तो कभी दियारावर्ती या सीमाई इलाके से महिला या लड़कियों से दुष्कर्म की खबरों सुर्खियों में बनी रही। हवस के दरिदे मासूमों को भी नहीं बक्शे। कुछ मासूमों के साथ भी दुष्कर्म की घटनाओं ने जिले को शर्मसार किया। कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि हवस के दरिदे जगह जगह है। जो मौका मिलते ही महिलाओं और लड़कियों पर टूट पड़ते हैं। दुष्कर्म के मामले में पुलिस त्वरित और कड़ी कार्रवाई कर रही है। बावजूद घटनाओं पर विराम नहीं लग रहा है।

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सुरक्षित नहीं है लड़कियां
जिले में लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं। इनके साथ कभी दुष्कर्म को तो कभी छेड़खानी की घटनाएं जब तब सामने आती रहती है। यह अलग बात है कि ऐसे तत्वों पर कार्रवाई भी होती है। पुलिस दुष्कर्म या छेड़खानी की मामले को गंभीरता से लेकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में तनिक भी देरी नहीं करती। बावजूद इस तरह की घटनाओं पर विराम नहीं लग रहा है। आरएलएसवाई कॉलेज के मनोविज्ञान के प्राध्यापक डॉ कामता प्रसाद यादव का कहना है कि जागरूकता फैलाकर इस तरह की घटनाओं में कमी लाई जा सकती हैं। उनका कहना है कि बदलते परिवेश, अभिभावकों के बच्चे पर ध्यान देने में कमी, परंपरा और संस्कृति से बढ़ती दूरी के कारण इस तरह की घटनाएं ज्यादा सामने आ रही है। डॉ यादव के अनुसार सिर्फ पुलिस दुष्कर्म की घटनाओं पर नकेल नहीं लगा सकती। इसके लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा।
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दुष्कर्मी को मिले कठोर सजा
महिलाएं और लड़कियां दुष्कर्मी को कठोर सजा देने के पक्ष में है। हालांकि कानून में ऐसे मामले में कठोर सजा का प्रावधान है। अधिवक्ता राजू ओझा का कहना है कि दुष्कर्म के मामले में कठोर दंड का विधान है। मामला सत्य पाया जाने पर मुजरिम को कठोर सजा मिलती। आरएलएसवाई कॉलेज की छात्रा शिवांगी कुमारी, पूनम कुमारी, सविता कुमारी, रश्मि कुमारी का कहना है कि दुष्कर्म करने वालों से तनिक भी रहनी नहीं बरतनी चाहिए। ऐसे अपराधियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए ताकि इसे देख दूसरा ऐसा करने की जुर्रत नहीं कर सके।
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कोट--
दुष्कर्म से संबंधित जितनी भी घटनाएं सामने आई उनमें से अधिकतर मामलों में आरोपी पकड़ लिए गए। कहीं फरार चल रहे हैं जिनके खिलाफ लगातार छापेमारी कराई जा रही है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चला कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का कार्य पुलिस कर रही है।
ललन मोहन प्रसाद, डीआईजी चंपारण रेंज।
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