बेगूसराय। इस बार का विधानसभा चुनाव परिणाम कई मायनों में अहम रहा है। जिले की सात सीटों में से छह में नए चेहरों को विधायक बनाकर क्षेत्र की जिम्मदारी सौंपी गई है। सिर्फ बछवाड़ा विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने वाले भाजपा के विधायक सुरेंद्र मेहता इससे पूर्व वर्ष 2010 में बेगूसराय विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं। अन्य सभी छह सीटों पर जीत दर्ज करने वाले नए चेहरे हैं। इसमें बेगूसराय से भाजपा के कुंदन कुमार, मटिहानी से लोजपा के राजकुमार सिंह, साहेबपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व नगर विकास मंत्री सह निवर्तमान विधायक श्रीनारायण यादव के पुत्र सतानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव, बखरी सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से सूर्यकांत पासवान, चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद राजवंशी महतो, तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाकपा के रामरतन सिंह शामिल हैं। सबसे आश्चर्य की बात है कि ये सभी छह नए चेहरे पहले ही प्रयास में अपनी जीत दर्ज कराने में सफल रहे हैं। जनता ने नए चेहरे को चुनकर उन्हें क्षेत्र के विकास एवं जनता की समस्या के समाधान का भार सौंपा है। अब पहली बार विधायक बने इन सभी का कर्तव्य है कि जनता के विश्वास पर खड़ा उतरें। इस चुनाव से यह भी स्पष्ट संकेत मिला है कि जनता क्षेत्र का विकास चाहती है। इसके लिए उसके पास पांच साल में एक बार बदलाव करने का अधिकार मिलता है। जीतने वाले इन छह नए चेहरों में दो राजद, दो सीपीआइ, एक भाजपा व एक लोजपा के टिकट पर विधानसभा पहुंचे हैं।
चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र के 17 में से 10 प्रत्याशी को नहीं मिल सका एक प्रतिशत भी वोट यह भी पढ़ें
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस