कार्तिक महीने में दीपावली का पूरा हफ्ता त्योहारों से भरा होता है। इस हफ्ते में कई त्योहार आते है। जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है। दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस आता है। ये छोटी दीपावली से एक दिन पहले ही मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर यानी की शुक्रवार को है। इन दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन शॉपिंग करना काफी शुभ होता है। कहा जाता है कि इस दिन सोना, चांदी के आभूषण जरूर खरीदने चाहिए। इसके साथ ही धनतेरस पर बर्तन खरीदने का भी काफी महत्व है लेकिन इन सबके साथ धनतेरस पर महज 10 रुपये का एक ऐसी चीज भी है। जिसे खरीदने पर आपके घर लक्ष्मी का वास होगा।
साबुत धनिया जरूर खरीदें धनतेरस के दिन कई ऐसी चीजें है। जिसे खरीदना अब परंपरा बन गई है लेकिन इस बीच धनतेरस पर पीली वस्तुएं खरीदना भी काफी शुभ माना जाता है। जिसमें सोना, पीतल के बर्तन से लेकर धनिया शामिल है। इस दिन साबुत धनिया खरीदना काफी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि अगर धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदकर तिजोरी में रखा जाए। इसके बाद दीपावली के दिन इन बीजों क लोग अपने बाग-बगीचों या खेतों में बोए। तो काफी शुभ होता है। कहा जाता है जैसे- जैसे साबुत धनिए का पौधा निकलता है और बड़ा होता है। वैसे वैसे आपकी भी आर्थिक स्थिति उत्तम होती है।
कलश खरीदना है काफी शुभ कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही धनवंतरि का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को 'धनतेरस' के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि जिस दिन धनवंतरि प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत का कलश था। भगवान धनवंतरि जब प्रकट हुए थे। तो उनके हाथों में कलश था। इसी वजह से इन दिनों बर्तन खरीदने की परंपरा है। हर कोई अपने घर के अनुसार बर्तन खरीदता है लेकिन इस दिन अगर कलश खरीदा जाए। तो इसे काफी शुभ माना जाता है।
झाड़ू खरीदने की परंपरा धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की अनोखी परंपरा भी है। जिसके पीछे भी एक कहानी है। मत्स्य पुराण के अनुसार, झाड़ू मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसके अलावा बृहत संहिता में झाड़ू को सुख-शांति की वृद्धि करने वाली और दुष्ट शक्तियों का सर्वनाश करने वाली बताया है। बताया गया है कि झाड़ू घर में दरिद्रता को हटाने का काम करती है। इसी तरह इसकी मदद से मनुष्य की दरिद्रता भी दूर हो जाती है। इसके अलावा धनतेरस के दिन नई झाड़ू लाने से कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।