बेगूसराय। तेघड़ा के मुतलूपुर निवासी सेठ चौरसिया के अपहरण व हत्या मामले में रविवार को स्वजनों ने तेघड़ा थाना के समीप शव रख कर घंटों सड़क जाम कर हंगामा किया। बीते चार नवंबर को बरौनी पंचायत तीन के वार्ड संख्या एक निवासी अमरेश चौरसिया समेत उनके चार-पांच अन्य साथियों ने मिलकर तेघड़ा गोशाला से उनका अपहरण कर लिया था। पांच नवंबर को अपहरणकर्ताओं ने अपहृत की पत्नी पूनम देवी के मोबाइल पर हत्या किए जाने की भी जानकारी दी थी। जिसके बाद उन्होंने पांच नवंबर को तेघड़ा थाने में उक्त आशय की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पुलिस को मोबाइल करने वाले का नंबर भी उपलब्ध कराया था लेकिन तेघड़ा पुलिस सकुशल बरामदगी में नाकाम साबित हुई। शनिवार की रात उनका शव वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र से क्षत वीक्षत हालत में बरामद किया गया।
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तेघड़ा थानाध्यक्ष ने अपहरण व हत्या का कारण अवैध संबंध बताते हुए आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की बात कही है। उन्होंने बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही गंभीरता से तलाश शुरू की गई थी। तलाशी के दौरान ही वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र में एक क्षत वीक्षत अज्ञात शव मिलने की जानकारी मिली। हत्या तेज धारदार हथियार से की गई थी। फोटो से पहचान करने पर शव की शिनाख्त सेठ चौरसिया के रूप में की गई। तेघड़ा पुलिस ने शनिवार की रात ही शव को अपने कब्जे में ले लिया और रविवार की सुबह स्वजनों को सौंप दिया। शव मिलते ही आक्रोशित स्वजन व ग्रामीण आरोपित की अविलंब गिरफ्तारी सहित मुआवजे की मांग को लेकर थाना के सामने सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंचे तेघड़ा बीडीओ संदीप कुमार पांडेय, तेघड़ा थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार सिंह, फुलवड़िया थानाध्यक्ष सुमंत कुमार चौधरी व तेयाय पुलिस द्वारा समझाने-बुझाने पर मामला शांत हुआ। बीडीओ ने तत्काल 20 हजार रुपये बतौर मुआवजा दिया। तेघड़ा थानाध्यक्ष द्वारा 48 घंटे में अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन देने के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ।
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