बेगूसराय में भारी उपद्रव के बाद मंझौल में शांति व्यवस्था बहाल

बेगूसराय। मंझौल ओपी क्षेत्र की मंझौल पंचायत- एक खैरा मुसहरी में गुरुवार की रात्रि हुई खोय टोला निवासी स्व. रामसेवक पासवान के पुत्र मंटुन हत्याकांड के आठ आरोपितों में से सात आरोपित मंझौल पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर हैं। मुख्य आरोपित के फरार होने के करण हत्या की सही कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। आखिर जब घटनास्थल पर मंटुन बराबर आना जाना लगा रहता था तो एक शादीशुदा, बच्चे के पिता अधेड़ उम्र के व्यक्ति की प्रेम प्रसंग में कैसे हत्या की गई। मंटुन के स्वजन घर से बुलाकर ले जाने की बात बता रहे हैं। मुख्य आरोपित के पिता एवं हत्यारोपित हरेराम सदा ने अवैध संबंध की बात पुलिस को बताई है। परंतु, इस हत्याकांड से जुड़े कुछ सवाल उलझते जा रहे हैं। आखिर किन वजहों से मंटुन की हत्या मुसहरी में की गई। जब आठ लोग आरोपित हुए तो दर्जनों लोग क्यों फरार हैं। सड़क जाम और पुलिस पर हमला करने वाले कौन थे। कहीं कोई असामाजिक तत्वों ने तो मंझौल का माहौल खराब करने की कोशिश तो नहीं की। जब गुरुवार रात्रि में मंझौल पुलिस को भनक लगी तो तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की गई। शुक्रवार को पूरे दिन एसएच 55 जाम रहने एवं ओपी पर बवाल होने पर भी आखिर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए शनिवार की सुबह में फोर्स क्यों नहीं बुलाए गए। बहरहाल मंझौल पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं दो के बाद अन्य हत्यारों की गिरफ्तारी न होने से लोगों में आक्रोश है।


डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार