आज करवा चौथ का त्योहार मनाया जा रहा है. इस बार करवा चौथ पर 4 राजयोग समेत 6 शुभ योग बन रह हैं. ऐसे योग 100 सालों में पहली बार पर बन रहे हैं. इन चार राजयोग में शंक, दिर्घायु, हंस और गजकेसरी हैं. इसके अलावा शिव, अमृत और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं, जो इस पर्व का महत्व और भी बढ़ा देता है.
महिलाओं को दी गई सरगी थाली
महिलाएं आज निर्जला उपवास रखेंगी. फिर रात के समय चांद की पूजा करने के बाद अपना व्रत तोड़ेंगी. महिलाओं ने सरगी को खाकर ही अपने व्रत की शुरूआत की है. आज सुबह से ही जगह-जगह व्रती महिलाओं की चहल-पहल दिखाई दे रही है. कई जगह पूजा-अर्चना भी की जा रही है. करवा चौथ की एक खास बात ये भी है कि ये पर्व अटूट प्रेम का प्रतीक है. महिलाएं हर साल इस दिन का इंतज़ार करती हैं.
पूजा का शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार शाम 5 .34 बजे से शाम 6.52 मिनट तक करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त बना है. जबकि करवाचौथ उपासना का समय सुबह 6.35 बजे से 8.12 बजे तक रहेगा.
करवा चौथ पूजा की विधि
करवा चौथ व्रत का प्रारंभ सूर्योदय से पहले ही हो जाता है. करवा चौथ के व्रत में सरगी ग्रहण करने की परंपरा है. सरगी करवा चौथ के व्रत में सुबह दी जाती है. करवा चौथ के व्रत में सारगी का विशेष महत्व बताया गया है. सुहागिन महिलाएं सास से मिली सरगी खाकर व्रत की शुरूआत करती हैं.
हिमाचल प्रदेश में भी मनाया जा रहा करवा चौथ का पर्व
हिमाचल प्रदेश के सोलन में करवा चौथ को लेकर बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. महिलाओं की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है. करवाचौथ के व्रत को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह भी देखने को मिल रहा है. इससे पहले कल महिलाओं ने सोलह श्रृंगार की सामग्री के अलावा पूजा की सामग्री भी खरीदी. सुहागिनों ने अपनी साज-सज्जा का सामान खरीदा. वहीं, मनियारी, मिठाई की दुकानों सहित मेहंदी लगाने वालों के पास भी काफी भीड़ रही.
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