पूरे साल जिस त्योहार का इंतजार सुहागिन महिलाएं बेसब्री से करती हैं. इस वर्ष वो त्योहार यानि करवाचौथ (Karwa Chauth 2020) 4 नवंबर को मनाया जाएगा. इस खास दिन पर सभी विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और चांद देखने के बाद पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत खोलती हैं. इस साल करवाचौथ पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं. इस बार करवा चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ शिवयोग, बुधादित्य योग, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग भी बन रहे हैं. इन्हें ज्योतिष जानकार काफी महत्वपूर्ण मानते हैं. इन योग से दिन की महत्ता बढ़ जाती है. इस बार सुहागिनों के लिए करवाचौथ का व्रत अखंड सौभाग्य वाला होगा. तो आइए जानते हैं कि कथा और पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है.
करवा चौथ कथा-पूजन शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth Katha Puja Shubh Muhurat) करवाचौथ पर कथा और पूजन का शुभ मुहूर्त 5:34 बजे से शाम 6:52 बजे तक है.
करवाचौथ पर शुभ संयोग करवा चौथ पर बुध के साथ सूर्य ग्रह भी विद्यमान होंगे, जो बुधादित्य योग बना रहे हैं. इसके अलावा शिवयोग के साथ सर्वार्थसिद्धि, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग भी बन रहा है.करवा चौथ की तिथि का आरंभ प्रातः 3:24 बजे से होकर कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि सर्वार्थ सिद्धि योग एवं मृगशिरा नक्षत्र में होकर चतुर्थी तिथि 5 नवंबर को प्रातः 5:14 बजे तक समापन होगा.
मिलेगा अखंड सौभाग्य करवा चौथ के दिन सभी सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं. इस दिन मां पार्वती, भगवान शिव कार्तिकेय एवं गणेश सहित शिव परिवार का पूजन किया जाता है.महिलाएं मां पार्वती से अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं और करवे में जल भरकर कथा सुनती हैं. सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं और चंद्र दर्शन कर पति के हाथों से व्रत खोलती हैं.