कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से देश में संक्रमितों की संख्या 81 लाख के पास पहुंचने वाली है। देश में करीब तीन माह बाद कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या छह लाख के नीचे आई है और यह कुल मामलों का 7.35 प्रतिशत है।
देश में कुल 5,94,386 मरीज उपचाराधीन
मंत्रालय के अनुसार देश में कुल 5,94,386 मरीज उपचाराधीन हैं। वहीं, छह अगस्त को यह संख्या 5.95 लाख थी। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का केवल 7.35 प्रतिशत है। यह संख्या 5,94,386 है। इस प्रकार से मामले लगातार घट रहे हैं।
रिकवरी के मामले पहले स्थान पर भारत
मंत्रालय ने कहा, 'भारत अभी भी शीर्ष देश है, जहां संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या सर्वाधिक है। उपचाराधीन रोगियों की संख्या और ठीक हो चुके मरीजों के बीच का अंतर लगातार बढ़ रहा है और आज की तारीख में यह संख्या 6,778,989 है।'
मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण मुक्त होने के नए मामलों में से 80 प्रतिशत10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल में एक दिन में ठीक होने वाले लोगों की संख्या 8,000 से अधिक रही, जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में यह संख्या 7,000 से अधिक रही।
देश में कोरोना वायरस के कुल मामले
भारत में कोविड-19 के एक दिन में 48,648 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर शुक्रवार को 80,88,851 हो गई। वायरस से 563 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,21,090 हो गई है।
रिकवरी दर 91.15 प्रतिशत
मंत्रालय ने बताया कि देश में कुल 73,73,375 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की दर 91.15 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.50 प्रतिशत है।
अब तक कुल 10,77,28,088 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 29 अक्टूबर तक कुल 10,77,28,088 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई, जिनमें से 11,64,648 नमूनों का परीक्षण बृहस्पतिवार को ही किया गया।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में जिन 563 लोगों की मौत हुई, उनमें से 156 लोग महाराष्ट्र के थे। इनके अलावा पश्चिम बंगाल के 61, छत्तीसगढ़ के 53, कर्नाटक के 45, तमिलनाडु के 35, दिल्ली के 27 और केरल के 26 लोग थे।
सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र में
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,21,090 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे अधिक 43,710 लोग महाराष्ट्र के थे, उसके बाद कर्नाटक के 11,091, तमिलनाडु के 11,053, उत्तर प्रदेश के 6,983, पश्चिम बंगाल के 6,725, आंध्र प्रदेश के 6,659, दिल्ली के 6,423, पंजाब के 4,168 और गुजरात के 3,705 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।