संस्कृति ओरियंटेशन प्रोग्राम: नई टेक्नोलॉजी से स्वयं को अपडेट रखें व‍िद्यार्थी

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के 'ओरियंटेशन प्रोग्राम-आरंभ-2020' के पहले दिन मुख्य वक्ता एमेजॉन इंटरनेट सर्विसेज एजूकेशन प्रोग्राम के प्रमुख अमित नेवतिया ने वेबिनार में उपस्थित विद्यार्थियों को वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप अपने को तैयार करने के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हर दिन बदल रही टेक्नोलॉजी की दुनिया में आप तभी कुछ हासिल कर सकते हैं जब आप अपने कौशल और ज्ञान को समय के साथ अपडेट रख पाएंगे।

जूम एप और फेसबुक पर आयोजित हुई इस व्याख्यान श्रंखला में मुख्य वक्ता ने कहा कि जो विद्यार्थी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से अपडेट रहेंगे वे किसी भी क्षेत्र में सुगमता से नौकरी हासिल कर सकेंगे। उन्होंने क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आज इंडस्ट्री उन विद्यार्थियों में रुचि रख रही है जो कौशल और ज्ञान की दृष्टि से अपडेट हैं। उन्होंने बताया कि एमेजॉन ऐसे अनेक एडवांस कोर्स की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा रही है जो कि पाठ्यक्रमों के साथ विशेष कौशल हासिल कराएगी। यह ज्ञान विद्यार्थियों को नि:शुल्क दिया जा रहा है। चाहे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग हो, रोबोटिक्स या अन्य कोई पाठ्यक्रम हो इन सभी स्ट्रीम में हर दिन नई टेक्नोलॉजी आ रही है। विद्यार्थियों के लिए इन परिवर्तनों से अवगत रहना ही उनकी योग्यता को निर्धारित करेगा।
अमित नेवतिया ने अपने उद्बोधन में डाटा के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज की परिस्थितियों में सबकुछ डाटा पर निर्भर है। चाहे निजी क्षेत्र हो या सामाजिक डाटा के उपयोग से ही भविष्य की स्थितियों का अनुमान लगाकर सारी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शोध और नवाचार(इनोवेशन) के महत्व को स्वीकार करते हुए विशेष जोर दिया गया है। भविष्य की जरूरतों का अनुमान लगाकर ही भविष्य की शिक्षा के पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। वेबिनार में मुख्यवक्ता नेवतिया ने छात्रों की जिज्ञासाओं का अपने अनुभव और ज्ञान से संतुष्टिपूर्ण उत्तर दिया।
वेबिनार में उपस्थित विशेषज्ञ आईसीआरसी-नोरडिक्स के प्रमुख इफ्तिखार द्रबु संस्कृति विवि को इस उपयोगी श्रंखला की शुरुआत के लिए बधाई देते हुए विद्यार्थियों से कहा कि कोविड-19 के रूप में हम एक ऐसी विभीषिका का सामना कर रहे हैं, जिसका हमारी मानवता ने पहले कभी सामना नहीं किया था। उन्होंने योग्यता के महत्व को इंगित करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे जो भी कर रहे हैं, पढ़ रहे हैं उसपर अपना ध्यान दें, नया क्या कर सकते हैं, इसको सोचें, नया करने से घबराएं नहीं, अपने पैशन को और एक्सप्लोर करें। उन्होंने कहा कि अपने कौशल को बढ़ाने के लिए नई टेक्नोलॉजी से अपने को परिचित कराएं।
विवि के कुलाधिपति सचिन गुप्ता ने अपने उद्बोधन में विवि की सोच और कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि ब्रज क्षेत्र के विद्यार्थी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ज्ञान और कौशल के बारे में दुनियाभर के विशेषज्ञों के अनुभव का लाभ उठाएं और एक नए और सुसंस्कृत भारत का निर्माण करें। वेबिनार के प्रारंभ में विशेषज्ञ वक्ताओं स्वागत के बाद कुलपति प्रो. सीएस दुबे ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को कार्यक्रम के महत्व के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन सुरेश कासवान ने किया। - namonamo.in

अन्य समाचार