हरपुर-बुदहट (गोरखपुर )। प्रभा देवी भागवती प्रसाद महाविद्यालय, हरपुर-बुदहट में महर्षि वाल्मीकि और लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर सभी ने उन्हें किया स्मरण। कार्यक्रम का शुभारंभ व्यवथापिका श्रीमती नीलम दुबे एवं श्री ईश्वर शरण चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर व महर्षि वाल्मीकि और सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर अपने सन्देश में प्रबंध निदेशक श्री वैभव चतुर्वेदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि रामायण से राम नाम की कृपा बरसाने वाले का कहना था कि किसी भी मनुष्य की इच्छाशक्ति अगर उसके साथ हो तो वह कोई भी काम बड़े आसानी से कर सकता है। इच्छाशक्ति और दृढ़संकल्प मनुष्य को रंक से राजा बना देती है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती नीलम दुबे ने कहा कि सरदार पटेल जी अन्याय नहीं सहन कर पाते थे। अन्याय का विरोध करने की शुरुआत उन्होंने स्कूली दिनों से ही कर दी थी। ब्लूमिंग बड्स स्कूल के प्रधानाचार्य श्री चतुर्वेदी ने महर्षि वाल्मीकि व लौहपुरूष के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवनीत मिश्र ने कहा कि आधुनिक भारत के शिल्पी सरदार बल्लभ भाई पटेल जी का कहना था कि "जब वक्त कठिन दौर से गुजर रहा होता है, तो कायर बहाना ढूंढते हैं जबकि बहादुर और साहसी व्यक्ति उसका रास्ता खोजते हैं!" तो हमे भी उनके आदर्श वाक्यो से प्रेरित होकर यह सीख लेनी चाहिए। वर्तमान परिस्थिति, कोराना काल में हमे भी उस परिस्थिति में अपने सभी गतिविधियों को भली भांति सावधानीपूर्वक कैसे करना है? यह देखना चाहिए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री अजय दुबे, सचि राय, मनोज कुमार राय, अवधेश कुमार विश्वकर्मा, मनोरथ यादव एवं अन्य अध्यापक गण आदि मौजूद रहे। - नवनीत मिश्रा