बक्सर : सर्दी के मौसम में बच्चों में संक्रमित बीमारियों का खतरा अधिक रहता है। बदलते मौसम में उनकी विशेष देखभाल की जरूरत होती है। बदलते मौसम व ठंड को देखते हुए विभाग भी लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग नवजात शिशुओं की उचित देखभाल के लिए गर्भवती व प्रसूता महिलाओं तक संदेश पहुंचा रहा है। ताकि, ठंड के दौरान बच्चों के पालन में माताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू के प्रभारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई सुविधाएं व योजनाएं संचालित हैं, जिनकी मदद से नवजातों की देखभाल करने में महिलाओं को कोई परेशानी नहीं होगी। साथ ही, घर पर ही नवजातों का इलाज आसानी से उपलब्ध होगा। इसके लिए कंगारू मदर केयर एक प्रभावी उपाय है। जिसमें माता या पिता द्वारा नवजात को सीने से लगाकर शरीर की गर्मी प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद शिशु के शरीर के तापमान को निरंतर नियंत्रित करने की जरूरत होती है। शरीर के तापमान का अचानक गिर जाना भी शिशु के लिए जानलेवा हो सकता है। इसे चिकित्सकीय भाषा में हाइपोथर्मिया कहा जाता है। ठंड के मौसम में नवजात को हाइपोथर्मिया का खतरा अधिक रहता है। इससे बचाव के लिए कंगारू मदर केयर एक सरल एवं प्रभावी उपाय है। उन्होंने बताया कि इससे शिशु को गर्माहट मिलती है। साथ ही कम वजन वाले नवजात के वजन में भी बढ़ोतरी होती है। कमजोर नवजात शिशुओं की लगातार ट्रैकिग कर कंगारू मदर केयर अपनाने के बाबत परिवार से जानकारी ली जाती है। यदि वे ऐसा नहीं कर रहे हो तो उन्हें इसके फायदे के बारे में बताया जाता है। कंगारू मदर केयर से कमजोर बच्चे का वजन बढ़ता है।
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