आँसू आँख की अश्रु नलिकाओं से निकलने वाला तरल पदार्थ है जो जल और नमक के मिश्रण से बना होता है। यह आँख के लिए बेहद लाभकारी होता है। यह आँख को शुष्क होने से बचाता है तथा उसे साफ और कीटाणु रहित रखने में मदद करता है।जब आप पूजा पाठ करते हैं या मंदिर जाते हैं तो मन को अजीब सी शांति का अनुभव होता है, अक्सर जब हमारा मन उदास होता है या फिर बेचैन होता है तो हम ईश्वर को याद कर लेते हैं या फिर किसी ऐसी जगह जाने की कोशिश करते हैं जहां मन को शांति मिल सके, इसीलिए अक्सर कुछ लोग मंदिर जाना पसंद करते हैं, लेकिन वहां पर जाकर हमें शांति का अनुभव क्यों होता है या पूजा पाठ करते समय मन को सुकून क्यों मिलता है, यदि आप ईश्वर की आराधना कर रहे हैं और आपको उनकी आराधना करते समय आंखों से आंसू निकल आए तो इसका एक अलग ही रहस्य है, जिसके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं, यदि आप कभी अपने इष्ट देव की पूजा पाठ करते हैं और उस समय आप की आंखों से आंसू निकल आए तो इसका क्या मतलब है चलिए जान लेते हैं| .यदि भगवान की पूजा पाठ करते समय आंखों से आंसू निकल आए तो इसका मतलब होता है कि ईश्वर की दिव्य शक्ति कोई संकेत दे रही है, जब आप ईश्वर की पूजा पाठ करते हैं या उनका ध्यान करते हैं तो आंखों से आंसू आ जाए तो इसका मतलब होता है कि ईश्वर आपको कोई संकेत दे रहे हैं, यदि आप उन्हें समझ लेते हैं तो आपकी समस्याएं दूर हो सकती हैं, जब आप ईश्वर का ध्यान करते हैं तो उस समय आंखों से आंसू निकल आए, तो इसका मतलब होता है कि आपका कनेक्शन भगवान से हो गया है और आपके द्वारा की गई पूजा भी सफल हो चुकी है, जिस प्रकार भूख लगने पर खाने का दिल करता है ठीक उसी प्रकार जब पूजा पाठ करते समय आंखों से आंसू निकल आए तो आपका कनेक्शन भगवान से हो चुका है| .हमारे आस पास बहुत सारे देवी देवताओं के मंदिर हैं जहां पर हमें जाना चाहिए, यदि मन को शांति ना मिले तो ऐसे में जिस देवता की पूजा करते हैं वहां पर जरूर जाएं, यदि आंखों से आंसू निकल आए तो आपको अपने इष्ट देव के तीर्थ स्थान पर जाना चाहिए, क्योंकि वह जगह आपके लिए उपयुक्त है, इसलिए मन की शांति और सुकून के लिए पूजा पाठ करना सुख शांति के लिए जरूरी है और भगवान की आराधना करते समय आंखों से आंसू निकलने का मतलब होता है कि आपकी पूजा सफल हो चुकी हैं और ईश्वर आप से परेशान हो चुके हैं, अब आपकी सारी समस्याएं दूर हो चुकी है, आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी| .