हिंदू धर्म में प्रत्येक पूजा पाठ के दौरान यजमान की कलाई पर कलावा बांधा जाता है. कलावा को मौली और रक्षासूत्र भी कहा गया है. माना जाता है कि सनातन परंपरा में कलावा बांधने की शुरूआत देवी लक्ष्मी और राजा बलि ने की थी.
कलावा कच्चे सूत के धागे से बना होता है. यह लाल रंग, पीले रंग, दो रंगों या पांच रंगों का होता है.हालांकि बहुत कम लोग यह जानते हैं कि कलावा हाथ में क्यों बांधा जाता है. आज हम यही रहस्य आपको बताने जा रहे हैं.
कलावा धारण करने के नियम
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