Remedies for Arthritis: गठिया(अर्थराइटिस) कई तरह की डिजेनरेटिव अवस्थाओं के समूह को कहते हैं। इस अवस्था में जोड़ों में सूजन आ जाती है और कठोरता के कारण दर्द होता है। ऑस्टियोअर्थराइटिस, गठिया का सबसे आम प्रकार है जो उम्र बढ़ने के साथ और बदतर हो जाता है। गठिया की समस्या के समाधान के लिए डॉक्टर एंटी-इंफ्लेमेट्री मेडिकेशन और दर्द निवारक दवाइयां लेने की सलाह देते हैं। इन दवाइयों का दुष्प्रभाव भी होता है, लेकिन कुछ घरेलू उपचार की मदद से गठिया के कारण होने वाले दर्द और सूजन से राहत मिल सकती है।
सेब का सिरका:सेब के सिरका में मिनरल, पोटेशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है। यह जोड़ों और संयोजी ऊतकों में विषाक्त पदार्थों के निर्माण को निकालने में मदद करता है। गर्म पानी में सेब का सिरका और शहद मिलाएं और इस मिश्रण को हर सुबह पिएं। इस मिश्रण में एल्कलाइजिंग इफेक्ट होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करते हैं।
अदरक:अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह बहुत प्रभावी घरेलू उपचार होता है। नियमित रूप से अदरक के तेल को प्रभावित हिस्सों पर लगाएं। इससे जोड़ों का दर्द, सूजन और कठोरता कम होती है। नियमित रूप से कच्चे अदरक खाने से रक्तसंचार में भी सुधार होता है जिससे दर्द कम होता है। खाने से पहले रोजाना 2 से 3 अदरक जरूर खाएं। यह आपके जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।
हल्दी:नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से जोड़ों में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। हल्दी में कुरकुमिन नामक तत्व होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो अर्थराइटिस के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ज्यादातर यह रुमेटॉयड अर्थराइटिस से ग्रसित व्यक्ति के लिए प्रभावी होता है। सोने से पहले एक चम्मच हल्दी के पाउडर को एक गिलास गर्म दूध के साथ मिलाकर पिएं। ऐसा करना काफी उपयोगी हो सकता है।
सेंधा नमक:सेंधा नमक मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है जो शरीर में पीएच स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। पीएच स्तर को संतुलित करना आवश्यक होता है। नहाने वाली पानी में सेंधा नमक मिलाएं और उस पानी से नहाएं। यह आपके दर्द और सूजन को कम करने में सहायता करेगा।