कीड़े-मकोड़ों को भगाने के लिए पढ़ें ये 5 घरेलू नुस्खे

यह मौसम ही कुछ ऐसा है। कभी बारिश, तो कभी गर्मी। इस करवट लेते मौसम का अपना मजा है, लेकिन यह अपने साथ कुछ मुसीबतें भी लेकर आता है। शाम होते ही आप इस डर से खिड़की-दरवाजे बंद करना शुरू कर देती हैं कि कहीं मच्छर घर के अंदर न आ जाएं। रात के वक्त बत्ती जलाने नहीं, बल्कि बुझाने पर मजबूर हो जाती हैं, क्योंकि अनगिनत कीड़े आपके बल्ब पर धावा बोल देते हैं।

मानसून भले ही अब जा रहा हो, लेकिन मानसून के साथ आए ये मेहमान इतनी आसानी से टस-से-मस नहीं होते। मजबूरन आपको रसायनों का सहारा लेना पड़ता है। कीड़े-मकोड़ों को भगाने के लिए उपलब्ध कीटनाशक में ज्यादातर डीट, परमेर्थीन जैसे रसायन का इस्तेमाल होता है, जिनसे त्वचा और आंखों में जलन और खुजली की समस्या होने लगती है।
कीटनाशकों के ज्यादा इस्तेमाल से इनमें मौजूद रसायन ऑक्सीजन को दूषित करते हैं। सांस के जरिए हमारे शरीर में पहुंचने के बाद ये कीटनाशक सांस और फेफड़ों संबंधी समस्याएं पैदा कर देते हैं। लोग इसकी वजह से एलर्जी के शिकार भी हो जाते हैं।
लेकिन इस बार कीटनाशकों से छुटकारा पाने के लिए आपको न एलर्जी का शिकार होना पड़ेगा और न ही घर में इन्हें मारने के लिए तरह-तरह की दवाएं लानी पड़ेंगी। कीटाणुओं से छुटकारा पाने के लिए एक दफा अपनी रसोई और बगीचे को आजमाकर देखिए। समस्या तो दूर होगी ही, साथ ही आप रसायनों के बुरे असर से भी बची रहेंगी। घरेलू नुस्खों की मदद से कैसे इन परेशानियों से पाएं छुटकारा पढ़ें यहां:
पत्तियां दिखाएंगी कमाल
जो पत्तियां हमारे स्वाद और सेहत का भरपूर ख्याल रखती हैं, उन सबसे कीड़े-मकोड़ों को सख्त नफरत होती है। इन फायदेमंद पत्तियों में सबसे पहले तुलसी की बात होनी चाहिए। इसका पौधा खिड़की के पास रखने भर से उस रास्ते से मच्छरों का आना बंद हो जाएगा, साथ ही तुलसी मच्छरों के प्रजनन को भी रोकती है। तेजपत्ता की महक से कॉक्रोच भागते हैं। बस आप कुछ तेजपत्ता को पीसकर किचन में कॉक्रोच आने वाली जगह पर रख दीजिए। पुदीना भी मच्छर भगाने में कारगर है। आप इसका पौधा भी लगा सकती हैं।
एसेंशियल ऑयल से लें मदद
एसेंशियल ऑयल से आप खुद ही कीटनाशक तैयार कर सकती हैं। ये रासायनिक नहीं होते, इसलिए सुरक्षित होते हैं। एक स्प्रे बोतल में डिस्टिल्ड वॉटर (बैट्री आदि में डाला जाने वाला पानी) भर लें। इसमें 6-6 बूंद लेमन, यूकेलिप्टस और सिट्रोनेला तेल डालें। साथ ही आधा चम्मच बादाम या नारियल का तेल भी मिला लें। हर इस्तेमाल से पहले इसे अच्छे से हिला लें। आप अपनी खाली हो चुकी ऑल आउट की शीशी से भी मच्छर मारने की दवा तैयार कर सकती हैं। इसमें नीम का तेल और कपूर डालें। मशीन में लगाकर हमेशा की तरह इस्तेमाल करें। मच्छर दूर रहेंगे। एक स्पंज में कुछ बूंदें लैवेंडर की डालकर रख दीजिए। इसकी खुशबू से कीड़े घर में नहीं आएंगे।
पोंछे में फिनायल नहीं, डालें सिरका
आपकी फिनायल की शीशी खत्म हो गई हो तो इस बार बजट में इसे शामिल मत कीजिए। ये काम आपके लिए सफेद सिरका बखूबी कर देगा। इस बाबत नैचुरोपैथ डॉ. राजेश मिश्र कहते हैं कि पोंछे के पानी में सिरका को मिलाने से फर्श भी चमकता है और चीटियों और मकड़ियों से निजात भी मिल जाती है। पोंछे के पानी में इसके अलावा आप नीम की पत्तियां भी पीसकर मिला सकती हैं। फिटकरी, नीबू का रस और कपूर भी कारगर हैं।
घर में बनाएं एयर फ्रेशनर
आप घर पर ही एयर फ्रेशनर तैयार कर सकती हैं। बस, आपको एक कांच की शीशी, बेकिंग सोडा और एसेंशियल ऑयल की जरूरत होगी। शीशी के ढक्कन में कुछ छेद कर लीजिए। पचास ग्राम बेकिंग सोडा शीशी में भरकर उसमें दस-दस बूंदे नीबू, यूकेलिप्टस और सिट्रोनेला एसेंशियल ऑयल की डाल दें। आप इसमें लैवेंडर भी मिला सकती हैं। हो गया रूम फ्रेशनर तैयार। जरूरत के हिसाब से इसे कहीं भी रख दें।
फूलों की महक भी है दमदार
आपके बगीचे में मौजूद गेंदा दूसरे पौधों के लिए गार्ड का काम करता है। गेंदा अन्य पौधों को कीड़ो से तो बचाता ही है, मच्छर भी इसकी महक से दूर रहते हैं। इसी तरह मच्छर और मक्खी दोनों को ही लैवेंडर की महक से बेहद चिढ़ है। पिटूनिया नाम का फूल टिड्ढे को भगाता है, जो कि बारिश के दिनों में आम समस्या बन जाते हैं। गुलदाउदी से आपको चीटियां, कॉक्रोच, घुन जैसे ढेरों कीटाणुओं से निजात मिल सकती है।
जिस जगह से चींटियां बहुत ज्यादा आती हैं, वहां पर वैसलीन लगा दें या फिर बेबी पाउडर छिड़क दें।
पिपरमिंट ऑयल से मकड़ी जैसे कई कीड़े दूर रहते हैं।
प्याज काटकर छिपकली आने वाली जगह पर रख दें। छिपकली प्याज की महक से दूर भागती है। यह काम लहसुन भी अच्छी तरह से कर लेता है।
नमक और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर दीमक पर छिड़कें।
नवजात बच्चे के पास लैवेंडर की सूखी पत्तियां रखने से मच्छर से बचाव होगा।
घर में गूगल या लुबान से धुआं करें। हर तरह के कीड़े-मकोड़ों से छुटकारा मिलेगा।

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