शारदीय नवरात्र-2020 का आरंभ आज यानी 17 अक्टूबर से हो गया है। व्यास ने बताया कि नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा की उपासना का उत्सव है। शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है। शरद ऋतु में आगमन के कारण ही इसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। ऐसे में इस बार नवरात्र 2020 का आरंभ 17 अक्टूबर से होने जा रहा है। इस बार मां दुर्गा का आगमन अश्व यानि घोड़े पर होगा जबकि देवी मां प्रस्थान हाथी पर करेंगी।
नवरात्रि के दौरान नौ दिन उपवास रखे जाते हैं। उपास के लिए विभिन्न रिवाज हैं जिन्हें लोग विभिन्न तरीकों से मानते हैं। नवरात्रि के उपवास की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन दिनों आप विभिन्न चीजों का सेवन कर सकते हैं। इन दिनों व्रत में लोग कुट्टू और सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, मखाना, नट्स, आलू और फ्रूट्स जैसी चीजों का सेवन करते हैं।
नवरात्रि के सभी खाद्य पदार्थ बेहद पौष्टिक होते हैं। अनाज स्वस्थ कार्ब्स, प्रोटीन, फाइबर, खनिज और विटामिन के समृद्ध स्रोत हैं और सभी लस मुक्त हैं। सब्जियों को अनुमति दी जाती है, हालांकि उन्हें विनम्र माना जाता है, यह एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों से भरा सुपर खाद्य पदार्थ हैं। हालांकि आपको आलू का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
नवरात्रि के सभी खाद्य कार्ब्स, प्रोटीन, वसा और फाइबर प्रदान करने के लिए संतुलित हैं।
कुकिंग ऑयल को कम से कम रखें और आप को मिल्क शेक और कोल्ड कॉफी में चीनी मिलाने से बचें।
आप अपनी डाइट में ताजा नारियल पानी, ताजा नींबू पानी जैसे पेय पदार्थ शामिल कर सकते हैं. इससे आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है. ग्रीन टी आपके लिए बेहतर साबित हो सकती है।
नवरात्रि में ऐसा हो आपका डाइट प्लान
सुबह- एक गिलास नींबू पानी
नाश्ता- फ्रूट्स, मिल्स, ड्राई फ्रूट्स
लंच- कुट्टू के आटे की रोटी, उपमा, उतपम, आलू की सब्जी, दही और रायता
शाम का नाश्ता- ग्रीन टी, चाय के साथ मखाने और ड्राई फ्रूट्स
डिनर- शकरकंदी की चाट, हरी सब्जी, टमाटर और खीरे का सलाद
सोने से पहले- दालचीनी वाला दूध
पहली बार उपवास रखने वालों के लिए डाइट प्लान ऐसे लोग जो जंक फूड और बाहर की अन्य चीजों का अधिक सेवन करते हैं उनके लिए पहली बार उपवास करना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए ऐसे लोगों को व्रत के दौरान हर दो से तीन घंटे के भीतर कुछ खाना चाहिए। ज्यादा भूख लगने पर आप एक कटोरा सलाद खा सकते हैं। इसके अलावा ऐसे लोग फ्रूट्स शेक, जूस, स्मूदी और लेमन वाटर पी सकते हैं।
इस बात का रखें ध्यान उपवास के दिनों एसिडिटी की समस्या आम है। खाली पेट रहना एसिडिटी का सबसे बड़ा कारण है। पेट में पहले से ही एसिड होता है खाली पेट रहने से वो ज्यादा बढ़ने लगता है। इसलिए इन दिनों दो से तीन घंटे में कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए।
इसके लिए आप सुबह उठते ही एक गिलास नींबू पानी पी सकते हैं, इससे एसिड एल्कलाइन हो जाता है जिससे आपको एसिडिटी की समस्या नहीं होगी। इसके अलावा आपको खूब पानी पीना चाहिए। इससे आपको थकान, बेचैनी और चक्कर आने की समस्या से बचने में मदद मिलती है।