जानिए कैसे, आसानी से हो पायेगा कैंसर का इलाज

एक एंटीबॉडी कैंसर से लड़ने की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकती है और कैंसर के विकास को रोक सकती है ऐसा शोधकर्ताओं ने पाया है। इसे मूल रूप से ऑटोइम्यून की स्थिति मल्टीपल स्केलेरोसिस से पूर्ण रूप से विकसित किया गया है। इस शोध का प्रकाशन 'जर्नल साइंस इम्यूनोलॉजी' में किया गया है।

शोधकर्ताओं यह कहना है कि एंटीबॉडी से कैंसर की वृद्धि मेलेनोमा (त्वचा कैंसर), ग्लिओब्लास्टोमा (ब्रेन कैंसर) व कोलोरेक्टल कार्सिनोमा में बहुत ज्यादा कम हो जाती है।
एंटीबॉडी खासतौर से टी कोशिकाओं को ही लक्षित करता है जो इसके बदले में प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में बहुत सहायता करता है।
टी-कोशिकाएं खुद की बर्दाश्त करने की प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाएं रखने में मददगार होती है, जो अनजाने में शरीर को प्रतिरक्षा प्रणाली की पहचान कर व कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर कैंसर की वृद्धि को रोकती हैं।
इस शोध में टीम ने एंटी एलएपी एंटीबॉडीज के ट्रेग की जरूरी क्रियाविधि को रोकने व कैंसर से लड़ने में प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता को बहाल करने की भूमिका के बारे में पूरा अध्ययन किया है।
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हो जाइये सावधान, अगर आपके भी शरीर से आती है आवाजें

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