नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है. अभी तक 3 करोड़ से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हुए हैं. कोरोना वायरस के कारण लॉस ऑफ टेस्ट, लॉस ऑफ स्मैल के साथ ही अब कई नई बिमारियां भी सामने आ रही हैं. कोरोना वायरस के कारण शरीर के कई अंग भी डैमेज होते दिखाई दे रहे हैं.
कोरोना पर हो रही रिसर्च में सामने आया है कि यह वायरस इंसान की सुनने की शक्ति को खत्म करने में सक्षम है. ब्रिटिश एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण इंसान हमेशा के लिए 'लॉस ऑफ हियरिंग' की समस्या से जूझ सकता है.
बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की 'जर्नल बीएमजे' में कोरोना से संबंधित एक लेख प्रकाशित हुआ है जो इसके कारण 'लॉस ऑफ हियरिंग' की समस्या की पुष्टी करता है. इसमें बताया गया है कि एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद ICU में रखा गया, जहां उसे इलाज के लिए एंटी-वायरल ड्रग रेमेडिसवीर दिया गया.
रिपोर्ट में बताया गया है कि इलाज के तकरीबन एक हफ्ते के बाद मरीज को कान में तेज झनझनाहट की शिकायत हुई, जिसके कुछ समय बाद उसने अपनी सुनने की शक्ति खो दी. जांच में पता चला कि कोरोना के दौरान उन्हें ऐसी कोई दवा नहीं दी गई, जिससे उनके काम पर कोई बूरा असर पड़ता.
इस स्टडी की सह लेखिका डॉ. स्टेफनिया कोउम्पा का मानना है कि कोरोना के कारण 'लॉस ऑफ हियरिंग' का नया लक्षण कैसे सामने आया इस पर कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं. इसके साथ ही उन्होंने संभावना जताई है कि कोरोना शरीर के काफी हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसमें से 'लॉस ऑफ हियरिंग' भी शामिल हो सकता है.