जब भी हम अपने गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक और मुंह को छूते हैं. हाथों को बिना साफ किए, गंदे हाथों से ही खाना पकाते हैं, खाना खाते हैं या पेय पदार्थों का सेवन करते हैं. किसी दूषित सतह या गंदी चीजों को छूते हैं जिससे कीटाणु सतह से हमारे हाथों पर चिपक जाते हैं. टीशू पेपर या रूमाल की बजाए हाथ से नाक साफ करते हैं, हाथों में ही खांसते या छींकते हैं और उसके बाद हाथों को साफ किए बिना उसी गंदे हाथ से दूसरों से हाथ मिला लेते हैं या फिर कॉमन सतहों या चीजों को छूते हैं.
डायरिया होने के कारण बीमार पड़ने वाले लोगों की तादाद को 23 से 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. साबुन से हाथ धोने से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया से संबंधित संक्रमण की संख्या 50% तक कम हो सकती है. वैसे लोग जिनका इम्यून सिस्टम (रोगों से लड़ने की क्षमता) कमजोर है उनमें भी दस्त, लूज मोशन और पेट से जुड़ी कई और समस्याएं होने के खतरे को 58 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है.. श्वसन से जुड़ी बीमारियां जैसे सर्दी-जुकाम को भी सामान्य आबादी में 16 से 21 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यानी जठरांत्र से जुड़ी बीमारियां होने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों को अक्सर स्कूल से छुट्टी लेनी पड़ती है, तो इसमें भी 29 से 57 प्रतिशत तक कमी की जा सकती है. अक्सर पेट और डायरिया से जुड़ी बीमारियां और श्वसन संक्रमण के इलाज के लिए बड़ी मात्रा में एटीबायोटिक्स प्रिस्क्राइब की जाती है. ऐसे में अगर आप नियमित रूप से हाथ धोएं तो एंटीबायोटिक्स के ओवरयूज और एंटीबायोटिक्स रेजिस्टेंस (प्रतिरोध) की समस्या को भी कम किया जा सकता है (सीडीसी के आंकड़े)
आपको बता दें कि सही तरीके से हाथ न धोने के कारण हर साल दुनियाभर में करीब 18 लाख बच्चों की डायरिया और निमोनिया के कारण मृत्यु हो जाती है. डायरिया और निमोनिया छोटे बच्चों में मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है. साबुन-पानी से अच्छी तरह से हाथ धोने के बाद हर 3 में से 1 बच्चे को डायरिया जैसी बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है और हर 5 में से 1 बच्चे को निमोनिया जैसे श्वसन संक्रमण से बचाया जा सकता है.
खाना पकाने से पहले, पकाने के दौरान और पकाने के बाद खाना खाने से पहले उल्टी या दस्त के कारण कोई घर में बीमार हो तो बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में किसी चोट या घाव का इलाज करने से पहले और बाद में शौचालय का उपयोग करने के बाद बच्चे का डायपर बदलने के बाद या शौचालय का इस्तेमाल करने वाले बच्चे की सफाई करने के बाद अपनी बहती हुई नाक को साफ करने के बाद, खांसने और छींकने के बाद किसी जानवर को छूने, पशु चारा, या पशु अपशिष्ट को छूने के बाद कचरे को छूने के बाद. अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल हाथ धोने का तरीका, फायदे और नुकसान के बारे में . न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं.सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है. myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं.