Corona infection:शोधकर्ताओं ने किया खुलासा, कोरोना से मोटे लोगों में मौत का ज्यादा खतरा

जयपुर।अभी तक कोरोना संक्रमण को रोकने वाली प्रभावी वैक्सनी नहीं बनी है और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण लगात्तार बढ़ता जा रहा है।कोरोना संक्रमण का खतरा शरीर की इम्यूनिटी के कमजोर होने से बढ़ जाता है।लेकिन नए शोध से पता चलता है कि मोटापा कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत में मददगार होता है।

शोधकर्ताओं ने किया यह अध्ययन— शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में बताया है कि मोटापे की समस्या से ग्रसित कोरोना संक्रमित लोगों में मृत्यु का जोखिम उन लोगों में समान नहीं है, जो कि 60 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों और लोगों में देखा जाता है।एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन 'में प्रकाशित अध्ययन में बताया है कि शोधकर्ताओं ने 6,916 कैसर परमानेंट दक्षिणी कैलिफोर्निया के इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड को देखा है।
इस प्रकार किया गया शोध— जिन्होंने 13 फरवरी और 2 मई के बीच कोविड—19 लिए सकारात्मक परीक्षण किया था।इसमें औसत रोगी की आयु 49 वर्ष थी और औसत बीएमआई 30.5 था। 30 से 39 के बीएमआई को मोटे माना जाता है, 40 से 44 गंभीर रूप से मोटे होते हैं, और 45 या उच्चतर अत्यंत मोटे होते है। अध्ययन में पाया गया कि गंभीर रूप से मोटे होने वाले रोगियों में मृत्यु का जोखिम लगभग 3 गुना था और जो लोग बेहद मोटे थे, उन्हें सामान्य वजन की तुलना में कोविड-19 से मृत्यु का खतरा 4 गुना अधिक था। गंभीर और अत्यंत मोटे लोग जो 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे और 60 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर रूप से मोटे लोगों की तुलना में मृत्यु का काफी अधिक खतरा था। गंभीर रूप से और बेहद मोटे लोगों में मृत्यु का खतरा बहुत अधिक था, जबकि महिलाओं मोटापे के कारण मृत्यु से जुड़ा कोई खतरा नहीं था।

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