गठिया एक शब्द है जिसका उपयोग अक्सर किसी भी विकार से होता है जो जोड़ों को प्रभावित करता है. इसके लक्षणों में आम तौर पर जोड़ों में दर्द व अकड़न शामिल है.
अन्य लक्षणों में प्रभावित जोड़ों की गति की लालिमा, गर्मी, सूजन , व घटी हुई सीमा शामिल हो सकती है. कुछ प्रकार के गठिया में, अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं.शुरुआत धीरे-धीरे या आकस्मित हो सकती है. 100 से अधिक प्रकार के गठिया हैं. सबसे आम रूप ऑस्टियोआर्थराइटिस (अपक्षयी संयुक्त रोग) व संधिशोथ हैं.ऑस्टियोआर्थराइटिस आमतौर पर आयु के साथ होता है व उंगलियों, घुटनों व कूल्हों को प्रभावित करता है. संधिशोथ एक स्व-प्रतिरक्षित विकार है जो अक्सर हाथों व पैरों को प्रभावित करता है. अन्य प्रकारों में गाउट , ल्यूपस , फाइब्रोमायल्गिया व सेप्टिक आर्थराइटिस शामिल हैं । वे सभी प्रकार के आमवाती रोग हैं .
उपचार में संयुक्त आराम करना व बर्फ व गर्मी लगाने के बीच वैकल्पिक रूप से शामिल हो सकते हैं. वजन घटाने व व्यायाम भी उपयोगी होने कि सम्भावना है.अनुशंसित दवाएं गठिया के रूप पर निर्भर हो सकती हैं. इनमें इबुप्रोफेन व पेरासिटामोल (एसिटामिनोफेन) जैसे दर्द की दवाएं शामिल हो सकती हैं । कुछ परिस्थितियों में, एक संयुक्त प्रतिस्थापन उपयोगी होने कि सम्भावना है.
ऑस्टियोआर्थराइटिस 3.8% से अधिक लोगों को प्रभावित करता है जबकि संधिशोथ लगभग 0.24% लोगों को प्रभावित करता है. गाउट अपने ज़िंदगी के किसी समय में लगभग 1-2% पश्चिमी आबादी को प्रभावित करता है. ऑस्ट्रेलिया में लगभग 15% लोग प्रभावित हैं, जबकि संयुक्त प्रदेश अमेरिका में 20% से अधिक लोगों को एक प्रकार का गठिया है. कुल मिलाकर यह रोग आयु के साथ अधिक आम होती जाती है. गठिया एक सामान्य कारण है कि लोग कार्य करने से चूक जाते हैं व परिणामस्वरूप ज़िंदगी की गुणवत्ता में कमी आ सकती है.