लेखक - डॉ. अरविन्द जैन वर्तमान में जीवन शैली बहुत भागमभाग के साथ तनाव युक्त हो गई,इसके साथ अनियमित भोजन करना,रेडी मेड खाना जैसे पिज़्ज़ा,बेर्गेर आदि खाने से,तली मिर्च मसाले युक्त खाना खाने से भी पेटदर्द होता हैं. इसके साथ पेट साफ़ न होना,कब्ज होना. अनियमित दिनचर्या का भी बहुत बड़ा योगदान रहता हैं. आजकल रात्रि में जागना और देर सुबह तक सोने से भी दैनिक दिनचर्या बिगड़ने से भी पित्तजन्य रोग या वाटजन्य रोग होने लगते हैं गैस बनने के कारण पेट में कभी भी दर्द हो सकता है..पेट में दर्द होना एक आम समस्या है. कई बार अचानक यह दर्द शुरू हो जाता है और आप सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? काफी देर सोचने के बाद भी आप नहीं जान पाते कि आपने ऐसा क्या खाया है या पिया है जिसके कारण पेट दर्द हो रहा है, जबकि कई बार आपको पता भी चल जाता है कि किस कारण आपके पेट में गैस बन रही है और आपको दर्द झेलना पड़ रहा है.. पेट में गैस का दर्द होने के लक्षण अगर आपके मन में यह सवाल आ रहा है कि इस बात का पता कैसे लगाएं के पेट में दर्द गैस के कारण हो रहा है तो इसका उत्तर यह है कि गैस के कारण जब भी दर्द होता है वह पेट में किसी एक स्थान पर नहीं होता है. गैस यानी वायु और वायु की प्रकृति होती है कि वह किसी भी एक स्थान पर नहीं ठहरती है. इस कारण गैस से होनेवाला दर्द या तो आपको पूरे पेट में अनुभव होगा या कभी पेट के एक हिस्से में और कुछ ही देर बाद पेट के दूसरे हिस्से में होने लगेगा. -गैस के कारण होने वाले दर्द के समय पेट फूला हुआ और बहुत टाइट अनुभव होता है. यह जरूरी नहीं है कि गैस का दर्द आपके पेट तक ही सीमित रहे. यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच सकता है. -इस तरह का दर्द होने के दौरान यदि डकार आती है या वायु पास होती है तो व्यक्ति को दर्द में राहत मिलती है. -गैस के कारण होनेवाले दर्द के दौरान बार-बार वायु पास होने या डकार आने की प्रक्रिया भी लगातार चलती रह सकती है. ऐसा उस स्थिति में होता है,जब पेट में बहुत अधिक गैस बन रही होती है. क्यों बनती है पेट में गैस? -हमारा शरीर पंचतत्वों से बना हुआ है. इन्हें पंचमहाभूत भी कहा जाता है. इनमें जल, वायु, अग्नि, आकाश और पृथ्वी शामिल हैं. ये सभी तत्व शरीर में संतुलित अवस्था में रहते हैं तो आप भी खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान अनुभव करते हैं. लेकिन यदि किसी भी कारण से इन तत्वों के संतुलन में दिक्कत हो जाती है तो शरीर में अलग-अलग तरह की पीड़ा होने लगती है. जैसे, वायु अधिक होने पर दर्द की समस्या होने लगती है. -जब आप भोजन करते हैं तो उसे पचाने के दौरान शरीर में वायु या गैस का उत्सर्जन होता है. पाचन के दौरान उत्पन्न हुई यह गैस, डकार या वायु के रूप में शरीर से बाहर निकल जाती है तो कोई समस्या नहीं होती है. लेकिन यदि किसी भी कारण से यह गैस शरीर में ही रुकी रहती है तो दर्द का कारण बनती है. गैस से होनेवाले पेट दर्द के घरेलू उपचार -पेट में यदि गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो आप हरे पुदीने की 5 से 6 पत्तियां धो लें और इन्हें काले नमक के साथ धीरे-धीरे चबाकर खाएं. कुछ ही मिनटों में आपको वायु पास हो जाएगी और दर्द से राहत मिलेगी. -पेट में बननेवाली गैस की समस्या को दूर करने में अजवाइन सीड्स आपकी सहायता कर सकते हैं. आप 1/4 चम्मच अजवाइन लेकर उसे हल्के गुनगुने पानी के साथ खा लें. इसके बाद उलटे हाथ (लेफ्ट हैंड) की तरफ करवट लेकर 10 से 15 मिनट के लिए लेट जाएं. आपको आराम मिलेगा और दर्द दूर होगा. -पेट गैस के कारण होनेवाले दर्द को दूर करने में हींग आपकी सहायता कर सकता है. आप दो चुटकी हींग लेकर उसे कुछ बूंद पानी के साथ घोलकर लिक्विड बना लें. अब थोड़ी-सी कॉटन लेकर इस लिक्विड में भिगो लें और इसे नाभि में लगाकर लेट जाएं. आपको जल्द राहत मिलेगी. -आप 1/4 चम्मच अजवाइन सीड्स (अजवाइन दाना) लें, इतनी ही चीनी और 1 चुटकी काला नमक लें. इन चीजों को आधा गिलास पानी में मिलाएं. अब इसमें आधे नींबू का रस निचोड़कर पी लें. आपको राहत मिलेगी. लेकिन ध्यान रखें कि यह नुस्खा आप सिर्फ गर्मी के मौसम में ही अजमाएं. सर्दी के मौसम में सादे के स्थान पर हल्के गुनगुने पानी का उपयोग करें. सबसे महत्वपूर्ण बात नियमित दिनचर्या,नियमित खाना खाना,पेट साफ रहना यानी कब्ज न रहना,पानी की मात्रा पर्याप्त लेना,तम्बाखू,शराब का सेवन न करना,हरी साग सब्जी लेना,रेशेदार फल लेना,थोड़ा बहुत व्यायाम या घूमना. हिंग्वाष्टक चूर्ण,लवणभास्कर चूर्ण,पंचसकार चूर्ण,त्रिफला चूर्ण,इसबगोल की भूसी लेना.