जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। जीवन अनमोल है। इसे बचाइए। तनावग्रस्त जीवनशैली से मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। खुद तनाव से बचिए व दूसरों को भी बचाइए। हंसिए तथा खुश रहिए। तनावग्रस्त जीवन शैली को दूर करने व इससे बचने के उपायों पर विचार करने के लिए 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस बार सदर अस्पताल सहित जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सिविल सर्जन को दिशा-निर्देश भी जारी किया है।
पांच विधानसभा की जिम्मेवारी तीन सामान्य प्रेक्षक को यह भी पढ़ें
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. केएन तिवारी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर गुरुवार को लोगों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता तथा चिकित्सकीय परामर्श शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसकी सभी तैयारी पू री कर ली गई है। कहा कि मानसिक रोगियों के लिए प्रति दिन 24 घंटे
नि:शुल्क स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। टॉल फ्री नंबर- 104 पर डायल कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते है। कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच आमजनों में मानसिक तनाव का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। इसे दूर रखने व इससे बचाव के लिए प्रयास किए जा रहे है। इसके अलावां नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।
समस्याओं का जन्मदाता है तनाव:
सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने कहा कि यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं का जन्मदाता होता है। तनाव आपको अत्यधिक सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त करता है। यह आपका स्वभाव चिड़चिड़ा कर आपकी खुशी और मुस्कान को भी चुरा लेता है। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य है।
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस