खान-पान की गलत आदतों के कारण आजकल लोगों का वजन बढ़ना बहुत आम बात हो गई है। ऐसे में वेट कंट्रोल करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं कैसे कर सकते हैं आप भी वैट पर पूरी तरह कंट्रोल।
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए वेट कंट्रोल करना लंबे समय तक चलने वाली इस सतत प्रक्रिया है, इसमें पौष्टिक खान-पान और शारीरिक व्यायाम का संतुलन बना कर ही चला जाता है। वेट मैनेजमेंट अधिक खान-पान और कम खान-पान, दोनों को पूरी तरह नियंत्रित कर सकता है। जहां तक फिजियोथेरेपी का सवाल है, यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की स्थितियों, संचलन से जुड़ी अनियमितताओं का आकलन अवश्य करता है और उनकी पहचान, इलाज तथा रोकथाम करता है। अब फिजियोथेरेपी वजन प्रबंधन भी करता है।
उचित अवधि तक नियमित रूप से फिजियोथेरेपी के जरिए वजन कम होना रोका जा सकता है। वजन से जुड़ी शारीरिक और मनोवैज्ञानिक जटिलताओं से निपटने में ये काफी कारगर साबित होते हैं और वेट मैनेजमेंट में अहम भूमिका निभाते हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट्स का मानना है कि हाइड्रोथेरेपी के तरीकों से केवल आठ हफ्ते में वजन कम करने में मदद मिल सकती है, पर उनकी सलाह ये भी रहती है कि जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाए, उसके बाद भी सुरक्षित व पौष्टिक खान-पान ही जारी रखना होगा। इस थेरेपी के जरिए रक्त संचरण का स्तर भी बेहतर कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए जहां एक ओर कार्डियोवस्कुलर जैसे व्यायाम, टहलना और साइकिल चलाना बहुत अच्छा होता है, खान-पान का भी उतना ही महत्व है। प्रोटीन, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज, फल और हरी पत्तीदार सब्जियां फिजियोथेरेपी के दौरान लेते रहना जरूरी है। अधिक वजन वाले व्यक्ति नियमित रूप से फीजियोथेरेपी को अपने जीवन में अपना सकते हैं, तो वह अपना वजन आसानी से कम कर सकते हैं।